हमारा पूरा जीवन विविधताओं से भरा हुआ है. धरती पर विवध तरह के लोग, पेड़ पौधे, भाषाएँ और जंतुओं का निवास है. और हमें कभी कभी ऐसी चीजों या चित्र देखने को मिलते हैं जिस पर थोड़ा विश्वास नहीं हो पाता है. हमारे यहां ऐसे बहुत सारे जीव-जंतु , प्राणी हैं जिन्हें देखकर यह लगता है क्या ऐसा भी कोई जीव होता है? यहाँ हम बात अगर पानी में रहने वाले जीवों की करें तो वह भी बहुत आश्चयजनक, देखने मे बेहतरीन और डरावने भी होते हैं। मछलियों में बहुत सारी ऐसी प्रजाति होती हैं जिन्हें देखकर अच्छा लगता है और कुछ को देख कर डर भी लगने लगता है. दरअसल एक व्यक्ति को एक मछली महासागर तल पर टहलती हुई दिखाई दी है. जी हाँ यह बात थोड़ी अटपटी है लेकिन वह तट पर चल रही थी.
हालाँकि तट पर जिस मछली को देखा गया था वह मछली धीरे-धीरे चलती है ताकि वह शिकार कर सके. वह ज्यादातर छोटे केकड़ों और मछलियों को खाकर जीवित रहती है. वह मछली देखने में अजीब सी डरावनी है. अगर आप उसे देखें तो नही समझेंगे कि वह एक मछली है. अगर आप सोचते हैं कि 2020 को कोई वंडर नहीं मिल सकता है तो मछली का वह वीडियो सचमुच आश्चर्यजनक और हैरान करने वाला है. यह मछली पैरों के लिए अपने पंखों का इस्तेमाल कर के समुद्र के तल पर चल रही है.
इसे मिकी चार्टरिस ने देखा
आपको बता दें मिकी चार्टरिस ने उस मछली को देखा है जिन्होंने अपना जीवन इसी समुद्री एरिया के क्षेत्रों में बिताया है. उन्होंने कहा है कि समुद्री जानवर सबसे अजीब होता है और मैंने देखा भी है. मैंने जिसे देखा वह मछली थी और यह धीरे-धीरे चल रही थी. थोङी देर के लिए उन्हें यह लगा कि वह मछली नहीं है. लेकिन वह मछली ही थी.
भूरे रंग की है ये मछली
वहीं मिकी चार्टरिस ने यह बताया है कि हालाँकि यह हमेशा नहीं चलती है. जब जरूरत हो तो यह मछली तैर सकती है. उन्होंने यह जानकारी दी कि वह भूरे स्पंज की एक गांठ जैसी दिखती है जो गेंडा का रंग जैसे होता है.
#CDN37 Mickey Charteris, un experimentado buzo, grabó imágenes de un extraño pez que “camina” por el fondo marino usando sus aletas como patas.
La especie, conocida como pez murciélago o diablo, generalmente “camina” en busca de presas tales como cangrejos y peces pequeños. pic.twitter.com/KJOPEIk5fR— CDN 37 (@CDN37) November 13, 2020
कम देखने को मिलती है यह मछली
दरअसल 50 वर्षीय श्री चार्टरिस या यूँ कहें कि समुद्री प्रजातियों के विशेषज्ञ और कैरेबियन रीफ लाइफ के लेखक ने कहा है कि वह ऊपर से काले रंग की पच्चर की तरह लग रही थी लेकिन नीचे से देखने पर उसके लाल होंठ थे. उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा नजारा है जिसे ज्यादातर गोता खोर कभी नहीं देख पाते. क्योंकि वह बहुत हीं कम देखी जाती है. वह मछली बहुत हीं कम नजर आती है. वह बहुत विशिष्ट क्षेत्रों में पाई जाती है. खासकर जब उथले रेत के साथ गाद भरी पानी में गोताखोरी की जाती है. इस युग मे जैसे नए-नए अविष्कार सामने आ रहें हैं जो चीजें देखने को मिल रही है वह आश्चर्यचकित करने वाली हैं.