रविवार के दिन जरूर करे ये 3 काम, सूर्यदेव के तेज़ से चमकेगा भाग्य
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे हिन्दू धर्म में सभी देवी देवताओं के लिए एक दिन फिक्स किया गया हैं. उदहारण के लिए सोमार शिवजी को पूजा जाता हैं, मंगलवार हनुमान जी, बुधवार गणेश जी, गुरुवार विष्णु जी, शुक्रवार लक्ष्मी माता और शनिवार शनिदेव की आराधना होती हैं. इसी तरह रविवार के दिन सूर्यदेव को पूजा जाता हैं. अक्सर ये देखा गया हैं कि लोग बाकी दिनो में तो सभी देवी देवताओं को मनाने में लगे रहते हैं लेकिन जब रविवार का दिन आता हैं तो वे सूर्यदेव की पूजा करना भूल जाते हैं. यदि कोई कुछ करता भी हैं तो उन्हें जल अर्पित कर देता हैं. लेकिन इससे ज्यादा कोई कुछ नहीं करता हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सूर्यदेव की पॉवर भी बहुत गज़ब की होती हैं. एक बार किसी व्यक्ति को उनका आशीर्वाद मिल जाए तो उसकी किस्मत हजार गुना तक प्रबल ही जाती हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जो आपको प्रत्येक रविवार को करना चाहिए. यदि आप इन उपायों को पुरे नियम के साथ करते हैं तो आपका दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाएगा और आपके हर काम समय पर पुरे होंगे.
1. वैसे तो आप में से कई लोग सूर्यदेव को जल अर्पित करते ही होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुबह सुबह सूर्योदय होते ही सूर्यदेव को जल अर्पित करना सबसे अधिक लाभकारी होता हैं. इस समय सूर्यदेव का धीमा धीमा तेज़ आसमान में छाया रहता हैं. इस वातावरण में चारो ओर पॉजिटिव एनर्जी विद्यमान रहती हैं. ऐसी स्थिति में यदि आप सूर्यदेव को जल चढ़ाते हैं तो आपको इसका सबसे अधिक लाभ मिलता हैं. कई लोग रविवार के दिन देर से सौ कर उठते हैं और लेट जल चढ़ाते हैं. ऐसे में उन्हें इसका पूरा फायदा नहीं मिल पाता हैं.
2. रविवार के दिन चांदी की कोई चीज दान करना बेहद शुभ होता हैं. यदि आप चांदी नहीं दान कर सकते हैं तो तांबे या पीतल की वस्तु भी दान कर सकते हैं. यह जरूरी नहीं कि आपको कोई बड़ी वास्तु ही दान करनी हैं बल्कि आप इस धातु की बनी बेहद छोटी सी चीज भी दान कर सकते हैं. चांदी सूर्यदेव की चमक का सिंबल होती हैं. ऐसे में इस चीज को रविवार के दिन दान करने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं.
3. रविवार के दिन सफ़ेद घोड़े को घास या चने खिलाए. ऐसा करने से आपकी किस्मत बहुत तेज़ी से चमकती हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सुर्यभगवान हमेशा अपने रथ में सवारी करते हैं. इस रथ को सफ़ेद रंग के घोड़े ही चलाते हैं. ऐसे में जब आप उनके वहां सफ़ेद घोड़े को भोजन कराते हैं या उनकी सेवा करते हैं तो वे बड़े प्रसन्न होते हैं. यदि आपको सफ़ेद घोड़ा ना मिले तो आप किसी दुसरे रंग के घोड़े को भी घास या चने खिला सकते हैं हालंकि सफ़ेद रंग का घोड़ा ज्यादा लाभकारी होता है.
दोस्तों जरूरी नहीं कि ये तीनो उपाय आप एक ही रविवार को करे. आप इन्हें बारी बारी से अलग अलग रविवार को कर सकते हैं. हालाँकि सूर्यदेव को सुबह जल्दी जल चढ़ाने वाला काम तो प्रत्येक रविवार को किया ही जा सकता हैं.