एक वक्त ऐसा भी था जब लोग सिर्फ बॉलीवुड सिनेमा को ही जानते थे और इसके साथ-साथ हॉलीवुड को, पहले के समय में साउथ सिनेमा का मानों जैसे कोई नामों निशां ही नहीं था लेकिन जैसे-जैसे वक्त बदलता गया, वैसे-वैसे लोगों को साउथ इंडस्ट्री और इस इंडस्ट्री के हीरो भी पसंद आने लगे। मौजूदा समय में साउथ सिनेमा का चलन काफी बढ़ चुका है। इतना ही नहीं बल्कि इस इंडस्ट्री के अभिनेताओं की लोकप्रियता दुनिया भर में है। आज के समय में लोग साउथ इंडस्ट्री के कलाकारों को बहुत पसंद करते हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं साउथ की कुछ ऐसी फिल्में हैं, जिसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया। इतना ही नहीं बल्कि साउथ की फिल्मों ने कमाई के मामले में सारे रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए। आजकल लोग सबसे ज्यादा साउथ की फिल्में देखना पसंद कर रहे हैं। दुनिया भर में साउथ इंडस्ट्री के अभिनेताओं की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया है। बड़े पर्दे पर इनकी मौजूदगी भर से लोग तालियां बजाने लगते हैं। यह अपनी इंडस्ट्री के सुपरस्टार हैं।
लेकिन क्या आपको यह बात मालूम है कि साउथ सिनेमा के कई बड़े अभिनेता रील के साथ-साथ असल जिंदगी में भी सुपरस्टार हैं। इनमें से बहुत से ऐसे अभिनेता हैं, जो आम लोगों के लिए दिल खोलकर दान और उनकी सहायता कर चुके हैं। तो चलिए आज हम उन्हीं गिने-चुने रियल लाइफ हीरो के बारे में आपको बताते हैं।
अल्लु अर्जुन
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन ने अपनी पुष्पा फिल्म से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाया है। उनकी इस फिल्म ने दुनियाभर में सफलता के झंडे गाड़ दिए। अल्लू अर्जुन एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ-साथ एक बहुत अच्छे इंसान भी हैं। जी हां, क्योंकि अल्लू अर्जुन अपने जन्मदिन पर ज्यादा से ज्यादा समय मानसिक रूप से बीमार बच्चों के साथ व्यतीत करते हैं तथा इस दिन रक्त दान भी करते हैं।
महेश बाबू
दक्षिण भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू अपनी अदाकारी और गुड लुक्स के साथ ही अपनी दरियादिली के लिए भी काफी लोकप्रिय हैं। महेश बाबू पूरे देश में अपनी पहचान रखते हैं। उन्हें चाहने वालों की संख्या दुनिया भर में है। महेश बाबू अपनी अदाकारी के साथ ही अपनी सादगी भरे अंदाज और दरियादिली के चलते भी फैंस के चहेते हैं।
महेश बाबू जितने स्मार्ट हैं, उतना ही उनका मन भी बहुत सुंदर है। जी हां, इस बात का सबूत यह है कि महेश बाबू ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के 2 गांव गोद ले रखे हैं। उन्होंने तेलंगाना के सिद्धापुरम और हैदराबाद के बुर्रीपालेम नामक दो गांवों को गोद लिया है। इनकी जनसंख्या लगभग 2069 और 3306 है।
विशाल
शायद ही कोई ऐसा होगा जो इन्हें ना जानता हो। विशाल की अधिकतर साउथ इंडियन फिल्मों को हमने हिंदी डब में देखा है। फिल्मों में विशाल के अभिनय को बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। उनका एक्शन जितना कमाल का है, उतना ही उनका स्वभाव भी दयालु है। आपको बता दें कि दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार ने कई गौशाला, अनाथालय और 1800 बच्चों की मुफ्त शिक्षा का जिम्मा उठाया था लेकिन इन बच्चों का भविष्य तब अंधकार में दिखने लगा, जब अचानक ही पुनीत राजकुमार इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। उनके बाद विशाल ही थे जिन्होंने इन अनाथ 1800 बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का निर्णय लिया था।
नागार्जुन
नागार्जुन साउथ फिल्म इंडस्ट्री के बेहद लोकप्रिय अभिनेता हैं। नागार्जुन एक ऐसे फिल्म स्टार हैं, जिन्होंने अपने शानदार अभिनय के अंदाज से ना सिर्फ तेलुगु फिल्में देखने वालों को अपना दीवाना बना लिया बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों को पसंद करने वाले दर्शकों की भी वह पहली पसंद बने हुए हैं। वहीं नागार्जुन की आकर्षक पर्सनैलिटी हर किसी का ध्यान उनकी तरफ खींचती है। रोमांस हो या फिर एक्शन, हर फील्ड में नागार्जुन बॉलीवुड स्टार्स को कड़ी टक्कर देते हैं।
लेकिन उन्हें पसंद करने की एक और वजह है। जी हां, नागार्जुन ने हाल ही में हैदराबाद वारंगल राजमार्ग पर स्थित उप्पल-मेडिपल्ली क्षेत्र के चेंगिचेरला वन ब्लॉक में 1080 एकड़ का जंगल गोद लिया है। नागार्जुन ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के जन्मदिन के अवसर पर यह नेक कार्य किया। इतना ही नहीं बल्कि जंगल गोद लेने के अलावा नागार्जुन ने जंगल के विकास के लिए 2 करोड़ रुपए का दान भी दिया।
पुनीत राजकुमार
कन्नड़ सुपरस्टार एक्टर पुनीत राजकुमार का दिल का दौरा आने से निधन हो गया था। इस अभिनेता ने महज 46 साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली। भले ही पुनीत राजकुमार हमारे बीच में नहीं हैं परंतु उन्होंने अपने अभिनय के साथ-साथ अपने नेक कामों से लोगों के दिलों में एक ऐसी जगह बनाई है जिससे उन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। पुनीत राजकुमार जब जीवित थे, तो उन्होंने 1800 गरीब बच्चों की शिक्षा का जिम्मा अपने हाथ में लिया था।
इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कोरोना काल में 50 लाख का दान भी किया था। पुनीत राजकुमार ने जीवित रहते हुए नेक कार्य किए ही हैं लेकिन दुनिया को अलविदा कहने के बाद भी वह कुछ लोगों की जिंदगी रोशन कर गए। दरअसल, उन्होंने अपने जीवन काल में ही अपना नेत्रदान कर दिया था। जब उनका निधन हो गया तो उसके बाद उनके द्वारा उठाए गए इस कदम से कुछ लोगों की अंधेरी जिंदगी में फिर से रौशनी लौट आई।