आईपीएल यानि इंडियन प्रीमियर लीग भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में काफी लोकप्रिय बन चुकी है. हर साल इस टूर्नामेंट में बड़े बड़े खिलाड़ी हिस्सा ले कर अपने अलग रिकॉर्डस कायम कर रहे हैं. जहाँ एक तरफ इस लीग ने इतनी सफलता व नाम बना लिया है, वहीँ इस पर कुछ दाग भी लगे हुए हैं जैसे कि खिलाडियों की मैच फिक्सिंग, आपसी लड़ाई, छेड़छाड़ आदि. इनमे से कुछ मामले पब्लिकली मशहूर हैं तो कुछ एक दम डार्क सीक्रेट्स बन चुके हैं जिनके बारे में शायद कोई नहीं जानता. तो आज के इस पोस्ट में हम आपको आईपीएल की चीयरलीडर्स द्वारा बताये गए 6 ऐसे राज़ बता रहे हैं, जो बीतें कुछ सालों में आईपीएल में घटित हुए हैं. आईये जानते हैं इन डार्क सीक्रेट्स के बारे में…
नस्लवाद का सामना
आईपीएल में चीयरलीडर्स को कईं तरह के संकटों का सामना करना पड़ता है. हाल ही में चीयरलीडर्स ने इस राज़ पर से पर्दा उठाते हुए बताया था कि ज्यादातर विदेशी लड़कियों को चीयरलीडर्स बनाया जा रहा है. आयोजक अश्वेत लड़कियों को टीम में एंट्री नहीं देते. कुछ चीयरलीडर्स ने यह भी बताया कि भारतीय टीम में एंट्री से पहले ही आयोजक उन्हें स्किनी आउटफिट्स पहनने की शर्त रख देते हैं. देखा जाए तो यह भी एक तरह का नस्लवाद ही है. ऐसे में बहुत सी टैलेंटेड चीयरलीडर्स को मौका नहीं मिल पाता.
बॉलीवुड से नाता
आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि आईपीएल में नज़र आने वाली बहुत सी चीयरलीडर्स को हम बॉलीवुड फिल्मों में काम करते हुए देख चुके हैं. चीयरलीडर्स के अनुसार जो कंपनी आईपीएल को चीयरलीडर्स प्रदान करती है, वही कंपनी उन लड़कियों को बॉलीवुड में डांस ट्रूप्स के लिए भी भेजती हैं. शायद यही कारण है जो बहुत सी चीयरलीडर्स को फिल्मों में काम करने का मौका मिल जाता है.
पार्टीज़ में छेड़छाड़
बता दें कि आईपीएल के दौरान खिलाडियों को रिफ्रेश करने के लिए और उनका तनाव दूर भगाने के लिए पार्टियाँ अरेंज की जाती हैं. ख़ास बात यह है कि यह पार्टीज़ देर रात तक चलती हैं और इनमे चीयरलीडर्स को भी शामिल किया जाता है. गैब्रिएला पसक्लोत्तोनामक एक चीयरलीडर ने खुलासा किया था कि एक पार्टी के दौरान कुछ ऑस्ट्रेलियाई और दक्षिण अफ़्रीकी खिलाडियों ने नशे में धुत होने कारण उसके साथ बदतमीजी की थी. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि मीच फिक्सिंग को भी इन पार्टीज़ में ही अंजाम दिया जाता है.
पेमेंट की समस्या
कुछ साल पहले ही राजस्थान रॉयल्स की दो चीयरलीडर्स ने खुलासा किया था कि कंपनी उनकी पेमेंट समय पर ज़ारी नहीं करती. कईं बार हालात ऐसे भी हो जाते हैं कि जरूरी चीज़ों की उपलब्धता नहीं होती ऐसे में शिकायत के बावजूद भी उनकी सुनी नहीं जाती.
घटिया होटल रूम्स
अधिकतर चीयरलीडर्स का यह कहना है कि कईं बार आईपीएल के दौरान कंपनी उनके ठहरने के लिए वन-स्टार होटल का चयन करती है. इन होटल रूम्स में ना तो आवश्यक सुविधाएं होती हैं और ना ही साफ़ सफाई. चीयरलीडर्स ने बताया कि अक्सर होटल रूम्स उन्हें गंदे दिए जाते हैं जहाँ जानवरों के मल पड़े होते हैं.
मानसिक शोषण
आईपीएल उत्पीडन को लेकर काफी सारी चीयरलीडर्स ने अपनी नाराज़गी जताई है. कईं बार ऐसा वक़्त भी आया है, जब वह अपनी सेफ्टी को लेकर सवाल खड़े करती हैं तो अधिकारीयों द्वारा उन्हें ठीक से समाधान नहीं दिया जाता. एक चीयरलीडर ने मीडिया को बताया था कि लोग उन्हें शारीरक सुख देने वाली गुड़िया समझते हैं. यहाँ तक कि आयोजक भी उन्हें ऐसे कपडे पहनने को देते हैं, जो ठीक से डिजाईन नहीं किए गए होते.