नाना-चाचा से बाप-साली तक, भारत के ऐसे अजीबो-गरीब रेलवे स्टेशन, जिनके नाम सुनकर नहीं रोक पाएंगे अपनी हंसी
जब भी हमें लंबी दूरी की यात्रा करनी होती है, तो सबसे पहले ख्याल रेल का आता है। रेल से यात्रा करना आरामदायक होने के साथ-साथ सुविधाजनक भी होता है। प्रतिदिन लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह ट्रेन से सफर करते हैं, जिसके लिए भारतीय रेलवे हमेशा तत्पर रहती है। भारत की लाइफ लाइन कही जाने वाली भारतीय रेल से लाखों लोग एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पहुंचते हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं भारत में लाखों रेलवे स्टेशन है और इनके नाम भी अलग-अलग हैं। लेकिन इन सभी स्टेशनों में से भारत के कुछ स्टेशनों के नाम अजीबो-गरीब हैं, जिनको पढ़ने के बाद आपकी हंसी छूट जाएगी। जब आप इनका नाम सुनेंगे, तो आपके मन में यह सवाल खड़ा हो जाएगा कि आखिर इनका नाम किसने रखा है।
जब भी देश के कई रेलवे स्टेशनों के अजब गजब नाम कोई भी पढ़ता है, तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। कुछ नाम तो ऐसे हैं जिनको लेने में लोग शरमा जाते हैं और इन नामों को सुनते ही लोगों की हंसी नहीं रुकती है। इतना ही नहीं बल्कि इनके नामों के साथ लोग तो फोटो क्लिक करने से भी नहीं चूकते हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ रेलवे स्टेशन के नामों के बारे में…
साली रेलवे स्टेशन
आप सभी लोगों को यह नाम सुनने में अजीब सा लग रहा होगा। “साली रेलवे स्टेशन” जोधपुर में है। यह अजमेर से करीब 53 किलोमीटर दूर है। यह उत्तर-पश्चिम रेलवे से जुड़ा हुआ है। यह स्टेशन जोधपुर जिले डूडू नामक स्थान में स्थित है।
नाना रेलवे स्टेशन
नाना रेलवे स्टेशन राजस्थान में मौजूद है। यह रेलवे स्टेशन उदयपुर के पास सिरोही पिंडवारा नामक जगह पर स्थित है। यह स्टेशन उत्तर-पश्चिम रेलवे के जोधपुर डिवीजन में है। यह रेलवे स्टेशन राजस्थान के पोखकर के बहुत करीब है।
बाप रेलवे स्टेशन
आप सभी लोगों ने साली और नाना के नाम के रेलवे स्टेशन के बारे में जान लिया, तो चलिए अब हम आपको एक और अजीबो-गरीब रेलवे स्टेशन के नाम के बारे में बताते हैं। राजस्थान के जोधपुर जिले के करीब एक “बाप” नाम का रेलवे स्टेशन है, जहां का साइन बोर्ड अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होता रहता है। इतना ही नहीं बल्कि लोग तो इस स्टेशन पर उतरकर सेल्फी क्लिक भी करते हैं।
ओढनिया चाचा रेलवे स्टेशन
राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जिसका नाम पढ़ने के बाद लोग मजाक बनाने लगते हैं। जी हां, इस स्टेशन का नाम ओढनिया चाचा रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन जैसलमेर से 93.6 किलोमीटर दूर स्थित है। आखिर यहां ओढ़नी के साथ चाचा क्यों लगाया है? यह अभी तक समझ नहीं आया है।
सहेली रेलवे स्टेशन
अब लीजिए, सहेलियों का स्टेशन भी आ गया! सहेली नाम का रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश के भोपाल और इटारसी के नजदीक है। यह स्टेशन मध्य रेलवे के नागपुर डिवीजन में स्थित है।
पनौती रेलवे स्टेशन
“पनौती” यूपी के चित्रकूट जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है। यहां रहने वाले लोगों का हमेशा “पनौती” टैग पर मजाक उड़ाया जाता है।
दीवाना रेलवे स्टेशन
दीवाना नाम कर यह रेलवे स्टेशन हरियाणा में पानीपत के करीब है। यहां रोजाना दो प्लेटफार्मो पर 16 ट्रेनें रूकती हैं।