शादीशुदा चेतना के प्यार में पड़ गए थे अनिल कुंबले, बेटी के लिए लड़ी लंबी लड़ाई, दिलचस्प है जंबो की जिंदगी
अनिल कुंबले एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं, जो पहले भारतीय टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। अनिल कुंबले क्रिकेट करियर के दौरान खेल के अलावा अपनी सादगी, सौम्य स्वभाव को लेकर भी काफी मशहूर हैं। भारतीय क्रिकेट में “जंबो” कहे जाने वाले अनिल कुंबले बेहद सादा जीवन जीना पसंद करते हैं। अनिल कुंबले ने खुद के जीवन में बहुत मेहनत और तपस्या की है। उन्होंने एक लंबे संघर्ष के बाद यह मुकाम पाया है, तभी लोग इन्हें इतना मानते हैं।
अनिल कुंबले ने स्पिन गेंदबाज के तौर पर करियर की शुरुआत की थी और उन्होंने टीम इंडिया की कप्तानी भी की। अपने 18 साल के क्रिकेट करियर में उनका नाम कभी भी किसी विवाद में नहीं आया। अनिल कुंबले ने सन्यास लेने के बाद भारतीय टीम के कोच की जिम्मेदारी भी निभाई। अनिल कुंबले के चाहने वालों की लिस्ट में सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि लड़कियां भी शामिल थीं। लेकिन भारत के सबसे सफल गेंदबाज एक शादीशुदा महिला के प्यार में पड़ गए थे।
जी हां, क्रिकेट के मैदान में फिरकी से दुनिया के बल्लेबाजों को नचाने वाले महान स्पिनर अनिल कुंबले को प्यार की पिच पर काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। अनिल कुंबले की प्रेम कहानी बेहद दिलचस्प है। अनिल कुंबले जब प्यार में पड़े तब उस समय वह एक सफल क्रिकेटर थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात चेतना नाम की एक महिला से हुई थी।
ट्रैवल एजेंसी में काम करने वालीं शादीशुदा चेतना पर आया था अनिल कुंबले का दिल
अनिल कुंबले की क्रिकेट लाइफ के अलावा उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी दिलचस्प है। आपको बता दें कि अनिल कुंबले ट्रैवल एजेंसी में काम करने वाली चेतना रामतीर्थ के प्यार में पड़ गए थे। उस समय के दौरान चेतना शादीशुदा थीं। 1986 में चेतना ने मैसूर के एक स्टोर ब्रोकर से शादी की परंतु वह अपनी इस शादी से खुश नहीं थीं और वह अपने पति से दूर रहने के लिए ही एक ट्रैवल एजेंसी में काम करने लगीं थीं।
जब अनिल कुंबले पहली बार उनसे मिले तो उन्हें चेतना काफी मिलनसार लगीं। दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर मुलाकात का सिलसिला शुरू हो गया। चेतना ने अनिल कुंबले को यह बताया कि उनका रिश्तों पर से भरोसा उठ गया है। चेतना ने साल 1998 में अपने पति से पूरी तरह अलग होने का फैसला लिया, जिसमें उनका साथ अनिल कुंबले ने भी दिया था।
अनिल कुंबले ने चेतना को किया शादी के लिए प्रपोज
अनिल कुंबले चेतना से प्यार करने लगे थे और उन्होंने चेतना को शादी के लिए प्रपोज भी कर दिया परंतु चेतना नहीं मानी थीं। चेतना बस यही कहती रहीं कि अब उन्हें प्यार और शादी जैसे रिश्तों पर भरोसा नहीं रहा लेकिन कुंबले भी चेतना को अपना बनाना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने इंतजार किया और अपने प्यार से चेतना का दिल जीतने में सफल रहे।
आखिरकार साल 1999 में दोनों विवाह के बंधन में बंध गए। जब अनिल कुंबले और चेतना का विवाह हुआ था, तब चेतना की एक बेटी हुई थी। बेटी की जिम्मेदारी लेने के लिए दोनों को ही लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी।
बेटी के लिए लड़ी लंबी लड़ाई
आपको बता दें कि चेतना की पहली शादी से उन्हें 1994 में एक बेटी हुई थी। जब चेतना का तलाक हो गया तो उसके बाद चेतना की बेटी को अनिल कुंबले ने अपना नाम दिया। इसके लिए उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी थी। अपनी 13 साल की शादी को छोड़कर चेतना एक नए जीवन की शुरुआत कर रही थीं। वह चाहती थीं कि उनकी 4 साल की बेटी अरुणी भी उनके पास रहे लेकिन उसका पहला पति ऐसा नहीं चाहता था।
अनिल कुंबले और चेतना ने बेटी अरुणी के लिए 1998 से 2004 तक कोर्ट में लड़ाई लड़ी। शुरुआत में तो कोर्ट ने चेतना की अर्जी को खारिज कर दिया परंतु बाद में कोर्ट का फैसला मां के पक्ष में आया। अरुणी के बाद अनिल कुंबले और चेतना दो बच्चों के माता-पिता बने, जिनका नाम माया और स्वाति है। अनिल कुंबले तीनों बच्चों को एक जैसा ही प्यार करते हैं।
आपको बता दें कि अनिल कुंबले सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। अक्सर वह सोशल मीडिया पर अपने परिवार के साथ की कई तस्वीरों को साझा करते रहते हैं। अनिल कुंबले को पार्टी शोर बिल्कुल भी पसंद नहीं है। वह अपने घर पर या फिर किसी शांत जगह पर परिवार के साथ समय व्यतीत करना पसंद करते हैं।