20 घंटे तक चली सोनू सूद के दफ्तरों में छापामारी.

मशहूर अभिनेता सोनू सूद के मुंबई स्थित दफ्तरों पर टैक्स की छापेमारी बुधवार देर रात खत्म हुई. आयकर अधिकारियो ने कथित तौर पर अभिनेता से जुड़े छह स्थानों की तलाशी में 20 घंटे बिताए. सूत्रों के मुताबिक- आयकर विभाग सोनू सूद के लखनऊ की एक रियल एस्टेट कंपनी के साथ हुए संपत्ति सौदे की जांच कर रहा है. सूत्रों ने दावा किया कि सोनू सूद की कंपनी और लखनऊ की एक रियल एस्टेट फर्म के बीच हालिया सौदा जांच के दायरे में है. इस सौदे पर कर चोरी के आरोपों पर ये आईटी अधिकारी पहुंचे. इसे आयकर सर्वे बोला जा रहा है.अभिनेता सोनू सूद पर इनकम टैक्स की कार्रवाई गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी है.

सोनू सूद ने कोरोना काल में लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सबसे पहले प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया था. इसके बाद वे लगातार देश भर के लोगों की मदद करते रहे हैं. कई राज्य सरकारों ने सोनू के साथ काम करने के लिए हाथ मिलाया है, जिनमें पंजाब और दिल्ली सरकार शामिल है. इसके अलावा सोनू ने गुडवर्कर जॉब ऐप, स्कॉलरशिप प्रोग्राम भी चलाए हैं. वे देश में 16 शहरों में ऑक्सीजन प्लांट भी लगवा रहे हैं.

बता दें कि मुंबई में मशहूर अभिनेता सोनू सूद ने कोरोना काल में जिस तरह से आम इंसानों की दिलखोलकर मदद की, लोग उन्हें मसीहा कहने लगे. बुधवार को हैरान करने वाली खबर आई. सोनू सूद से जुड़ी जगहों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई है. सोनू के समर्थन में उनके फैंस और आप नेता उतर आए हैं. सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है कि सच्चाई की जीत होगी. आयकर विभाग की इस रेड की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं. सोनू सूद ने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी.साथ ही वे दिल्ली सरकार के देश के मेंटॉर कार्यक्रम के ब्रांड अंबेसडर भी बने थे. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि सच्चाई के रास्ते पर लाखों मुश्किलें आती हैं, लेकिन जीत हमेशा सच्चाई की होती है.सोनू सूद के साथ भारत के उन लाखों परिवारों की दुआएं हैं, जिन्हें मुश्किल घड़ी में सोनू सूद का साथ मिला था.

नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि मुझे यह जानकार हैरानी हो रही है कि जिस व्यक्ति ने कोरोना महामारी के दौरान दिन-रात लगाकर लोगों के लिए काम किया, लोगों की जान बचाने के लिए काम किया, अपने घर के सामान को गिरवी रखकर लोगों की मदद की, उसके घर में इनकम टैक्स के छापे मारे जा रहे हैं. आख‍िर आप संदेश क्या देना चाहते हैं. इस देश में जिस व्यक्त‍ि को सरकार को सम्मानित करना चाहिए, उसके यहां छापे पड़ रहे हैं.’उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिनकी सरकारों में गंगा नदी में लाशें तैरती रहीं, चील-कौवे उन्हें नोंचते नजर आए और जो आदमी दिन-रात लोगों के लिए काम कर रहा है, मदद कर रहा है, उसके यहां आप छापे डलवा रहे हैं. ये बहुत ही शर्मनाक घटना है और मोदी सरकार की जितनी भर्त्‍सना की जाए, कम है.

हालांकि भाजपा सरकार ने इस बात से साफ इंकार कर दिया कि यह छापा राजनीति से प्रेरित थे भाजपा की प्रवक्ता आसिफ भामला ने कहा कि इस छापे का केजरीवाल की बैठक से कोई लेना देना नहीं है. कोई भी व्यक्ति किसी से भी मिल सकता है. यह केवल एक सर्वे है कोई छापेमारी नहीं. और कहां आया कर विभाग एक स्वतंत्र विभाग है उसके अपने प्रोटोकॉल है यह अपना काम अपने तरीके से कर रहा है.