युक्रेन में 21 वर्षीय भारतीय स्टूडेंट ने गंवाई अपनी जान, खारकीव में गोलीबारी का हुआ था शिकार
जैसा कि आप सब लोग जानते ही हैं कि इन दिनों यूक्रेन और रूस के बीच इन दिनों युद्ध छिड़ा हुआ है. लेकिन अब यूक्रेन से भारत के लिए एक बहुत ही दुखद खबर सामने आ रही है. दरअसल यूक्रेन में एक भारतीय छात्र का निधन हो गया है. बताया जा रहा है कि यूक्रेन में एक भारतीय छात्र गोलीबारी की चपेट में आने के कारण हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह कर चला गया है. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए लोगों तक पहुंचाई है. बताया जा रहा है कि निधन होने वाला छात्र कर्नाटक के चालगेरी में रहने वाले परिवार से ताल्लुक रखता था. इस छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर था.
गौरतलब है कि अपने ट्वीट में अरिंदम बागची ने लिखा कि बड़े ही दुख के साथ आप सभी लोगों को इस बात की सूचना दी जा रही है कि आज सुबह खरकीव मैं गोलीबारी में एक भारतीय छात्र ने हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा बोल दिया है. उनका परिवार मंत्रालय के संपर्क में है और हम उनके परिवार के लिए संवेदनशील हैं. बताते चलें कि जिस छात्र की मृत्यु हुई है उस छात्र की उम्र महज अभी 21 साल की. लेकिन 21 साल में खेरकिव में यह छात्र युद्ध की चपेट में आ गया जिसके चलते उसका अब निधन हो गया है.
जानकारी के लिए बता दें भारत के कई और छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके माता-पिता के लिए यह खबर चिंता का विषय बन गई है. खबरों की मानें तो पिछले 24 घंटों में कीव और खारकीव में रूस की तरफ से हमलों में तेजी कर दी गई है. यूक्रेन ने भारतीय दूतावास को यूक्रेन की राजधानी कीव को जल्द से जल्द छोड़ने की अपील की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने द्वारा की गई ट्वीट में इस बात की भी जानकारी दी है की विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के अंबेसेडर को तलब किया है. देशों के राजदूतों ने भारतीय छात्रों को सुरक्षित भारत पहुंचाने वाली बात दोहराई है.
रिपोर्ट की मानें तो रूस की सेना की गाड़ियों की लंबी कतार में की राजधानी किस की तरफ बढ़ने की तस्वीरें सामने आ रही है. बताया यह भी जा रहा है कि रूसी सेना किव से केवल 20 25 किलोमीटर दूर है. सेटेलाइट से ली गई तस्वीरों से यह भी सामने आ रहा है कि रूस सेना का यह काफिला लगभग 60 किलोमीटर लंबा है. इनके पास घातक हथियार भी शामिल है. यूक्रेन पर इन दिनों संकट के बादल मंडरा रहे हैं और दोनों देशों के बीच भीषण युद्ध छिड़ा हुआ है इसी दौरान भारत के कई सारे विद्यार्थियों को यूक्रेन से निकाल कर वापस भारत लाया गया है लेकिन अभी भी भारत के कई सारे विधार्थी यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनके परिवार अपने बच्चों की चिंता में ग्रसित है और लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में बने हुए हैं.