सिविल इंजिनियर दुल्हे ने अपनी शादी पर झाड़ी सारी इंजीनियरिंग, बुलडोजर पर भाभियों को बिठा कर पहुंचा अपनी दुल्हन लेने

शादी करना हर इंसान की जिंदगी का एक अहम हिस्सा होता है. ऐसे में हर कोई अपनी शादी को खास और यादगार बनाना चाहता है. शादी को खास बनाने के लिए जहां कोई वेडिंग प्लानर का इंतजाम करता है. तो वही कुछ लोग अपने यूनीक आइडिया से अपनी शादी को सबसे अलग बनाने की कोशिश करते हैं. आजकल तो कई शादियों में दूल्हा दुल्हन की एंट्री ही खूब सुर्खियो का विषय बनी हुई है. दूल्हा दुल्हन की एंट्री में जहां कभी-कभी दुल्हन नाचते हुए एंट्री लेती है तो वहीं दूल्हा अपनी बाइक पर सवार होकर अपनी दुल्हन से शादी करने के लिए आता है. लेकिन एक बारात इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में छाई हुई है. अपनी दुल्हनिया को लेने के लिए बैंड बाजा तो लेकर आया लेकिन घोड़ी और या कार में सवार होकर नहीं आया बल्कि अपनी पत्नी को उसके ससुराल ले जाने के लिए बुलडोजर पर सवार होकर आया.

भारत में कुछ समय से बुलडोजर खूब सुर्खियों का विषय बना हुआ है. यह एक ऐसा वाहन है जो जहां से गुजरता है लोगों का ध्यान अपनी ओर केंद्रित कर लेता है. तो इस वाहन का उपयोग कंस्ट्रक्शन के कामों में किया जाता है यही कारण है कि सिविल इंजीनियर बुलडोजर से काफी ज्यादा जुड़े होते हैं. लेकिन आजकल यह एक शादी की वजह से खूब लाइमलाइट में छाया हुआ है. जी हां, सोशल मीडिया पर एक शादी की वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रही है जिसमें दूल्हा बुलडोजर पर बैठ अपनी दुल्हन के दरवाजे पर पहुंचा है. वायराल हो रही वीडियो सोशल मीडिया यूजर्स को काफी ज्यादा पसंद आ रही है.

कार और घोड़ी नहीं आई रास

जानकारी के लिए आप सभी लोगों को बता दे कि बुलडोजर पर बरात ले जाने वाले यह दूल्हे बेतूल के रहने वाले हैं और इनका नाम अकुंश जयसवाल है. इन्होंने 22 जून को शादी रचाई थी जिसके बाद से ही यह खूब चर्चा का विषय बने हुए हैं. अपनी बे बारात ले जाने के लिए अंकुर को ना तो घोड़ी और ना ही कार पसंद आई बल्कि वह बुलडोजर पर बैठ अपनी दुल्हनिया को लेने गए. बता दे कि हम कुछ पेशे से सिविल इंजीनियर है और उनका कहना है कि वह काफी लंबे समय से कंस्ट्रक्शन साइट पर मशीनों के बीच काम कर रहे हैं. यही कारण है कि उन्होंने अपनी शादी में बारात ले जाने के लिए बुलडोजर का चुनाव किया.

साथ बैठाया था 2 भाभियों को

बारात ले जाते समय जब दूल्हा कार में बैठता है तो उनके साथ कार में उनकी भाभी और सहबाला भी होता है अंकुश ने भी आपने बुलडोजर पर अपनी बलात ले जाते टाइम अपनी दोनों भाभियों को बिठाया था. इसके साथ एक छोटा सा बच्चा भी सहबाला के तौर पर उनके साथ बैठा था. आदि को सबसे खास बनाने के लिए इस सिविल इंजीनियर ने बुलडोजर का सहारा लिया इनका कह रहा था कि वह अपनी शादी को यादगार बनाना चाहते थे. और उनको बुलडोजर पर अपनी बारात ले जाने का यूनिक आईडिया इसलिए आया क्योंकि वह अपना ज्यादातर समय इन्हीं मशीनों के बीच में व्यतीत करते थे.