रक्षाबंधन का त्यौहार को पूरे भारत में हर बहन भाई ने बड़ी धूमधाम और खुशी से मनाया. हर बहन ने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी. रक्षाबंधन के दिन एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई. लोगों के अपने अलग-अलग शौक होते हैं गौरतलब, बिहार के सारण जिले के एक युवक को सांपों को मित्र की तरह पालने का शौक था इतना ही नहीं बल्कि वह साँपों के डसने का भी इलाज करते थे. उन्होंने कई लोगों की जान बचाई थी. लेकिन सारण के सीतलपुर के इस युवक की बीते रक्षाबंधन सांप के काटने से मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. वीडियो को देखने पर स्पष्ट पता चलता है कि कैसे इस युवक को नागिन ने डंस लिया. 24 वर्षीय मृतक मनमोहन उर्फ भुअर का ऐसा अंत कभी किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था.
बता दें कि मनमोहन गांव में किसानी करता था और साथ ही साथ सांप पकड़ने का भी काम करता था. अगर कहीं भी सांप निकलता तो वह उसको पकड़ कर अपने घर ले आता था. उसके पास नाग नागिन का एक जोड़ा भी था. बता दे बीते रक्षाबंधन जब मनमोहन की बहन मनमोहन को राखी बांधने आई. उसने उठाकर सांप को भी आगे कर दिया और अपनी बहन से कहा कि वह नाग देवता को भी राखी बांधे. जब उसकी बहन सुलोचना नाग को राखी बांध रही थी उसी समय उसके भाई को नागिन ने डंस लिया.
नागिन के डसने के कुछ समय उपरांत युवक का स्वास्थ्य खराब होने लगा. जिसके उपरांत वहां मौजूद परिजनों द्वारा युवक को सदर अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही युवक की मृत्यु हो हो गई थी इस घटना से सभी लोग हताश हैं और मृतक के परिवार का रो रो कर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों के मुताबिक जब नागिन के डसने से युवा का स्वास्थ्य खराब होने लगा तो सबसे पहले उसने दोनों नाग नागिन को वहां से भगा दिया ताकि लोग उन दोनों को ना मारे.
रक्षाबंधन के दिन बहन बांध रही थी नाग को राखी, नागिन ने छीन लिया भाई pic.twitter.com/LMfRcylEh8
— Bihari Reporter (@BihariReporter) August 23, 2021
वहीं, इस घटना के बाद लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि मनमोहन को सांप काट सकता है. क्योंकि उसे लोग पर्यावरण प्रेमी के रूप में देखते थे. वह सांपों को पकड़ता भी था और जंगल में छोड़ देता था. छपरा समेत आसपास के जिले में भी वह सांपों को पकड़ने के लिए जाता था. मुख्य रूप से सांप पकड़ना और यदि किसी को सांप ने काट लिया है तो उसका इलाज करना ही उसका मुख्य काम था. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. लोगों को यकीन भी नहीं हो रहा है.