शादी के 8 साल बाद इस कपल की जिंदगी में आई चौगुनी खुशियां, एक-साथ 4 बच्चों को महिला ने दिया जन्म
माँ बनना किसी भगवान के करिश्मे से कम नहीं है. हर महिला शादी के बाद माँ बनने का सपना देखती है. ऐसे में यदि किसी के घर संतान का जन्म होता है, तो उस घर के सभी मेम्बर्स की खुशियों का ठिकाना नहीं रहता है. बिना औलाद किसी भी महिला का जीवन अधुरा सा लगता है. यदि किसी घर में बच्चा पैदा होता है तो उसमे सबसे अधिक खुश उसके माँ-बाप होते हैं. बच्चे के जन्म के बाद घरवालों और रिश्तेदारों की भीड़ घर में हर तरफ ख़ुशी का माहौल बना देती है. वहीँ अगर किसी दंपति को औलाद का सुख न मिले तो उनका जीवन एक सूखे हुए फूल की तरह होता है. ऐसे फूल में हरियाली और जान नहीं होती. कुल मिला कर यह मान लीजिये कि बिना बच्चे के किसी भी घर में सम्पूर्णता नहीं आती है. आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बता रहे हैं, जिनके लिए शादीशुदा जिंदगी किसी चुनौती से कम नहीं बीती है.
दरअसल यह मामला ऐसी महिला का है जिसने शादी के 8 साल बाद तक संतान ना होने का दुख झेला है. लेकिन अब आखिरकार भगवान ने इस मां की सुन ली है और उसके घर में एक साथ चार बच्चों को भेज दिया है. जी हां इस महिला ने 8 साल बाद एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है. इस मामले को देखकर यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि भगवान जब भी देता है छप्पर फाड़ कर देता है. खास बात यह है कि यह मामला किसी अन्य देश का नहीं बल्कि हमारे भारत के गाजियाबाद जिले का है. महिला के घर 4 बच्चों के जन्म को लोग भगवान का चमत्कार बता रहे हैं.
लोगों के अनुसार दंपति ने पिछले 8 साल तक औलाद ना होने का दर्द सहा है. दोनों पति पत्नी ने बच्चों के जन्म के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए थे लेकिन इसके बावजूद भी उनकी दुआ कबूल नहीं हो रही थी. पर अब आखिरकार लंबे इंतजार के बाद महिला ने एक साथ तीन बेटे और एक बेटी को जन्म दे दिया है. बच्चों के जन्म ने डॉक्टर और घरवालों को हैरत में डाल दिया है. गौरतलब है कि चारों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ है लेकिन वजन कम होने के चलते उन्हें फिलहाल नर्सरी में रखा गया है. वही बच्चों के जन्म के बाद से ही इस मामले की चर्चा सोशल मीडिया पर जोरों शोरों से होने लग गई है.
गाजियाबाद के कमला नेहरू नगर में रहने वाले इस पति-पत्नी की शादी को 8 साल हो चुके थे लेकिन शादी के इतने सालों बाद भी उनके घर में कोई औलाद नहीं हो रही थी. इस कारण घरवाले काफी तनाव से जूझ रहे थे. बच्चा पैदा करने के लिए 2 साल पहले ही महिला ने यशोदा की उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ डॉ शशि अरोड़ा से अपना इलाज करवाना शुरू किया था. इलाज के दौरान महिला को पता चला कि वह गर्भवती है और उसके घर में 4 बच्चे एक साथ पल रहे हैं. 12 जुलाई की रात को जब महिला को प्रसव की पीड़ा शुरू हुई तो परिवार वाले काफी चिंतित हो गए और उन्हें यशोदा अस्पताल में ले गए. यहां पर महिला को इमरजेंसी वार्ड में एडमिट कर लिया गया और फिर ऑपरेशन के जरिए उन्होंने 4 बच्चों को जन्म दिया. नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सचिन दुबे ने बताया कि तीनों लड़कों का वजन 1.680 किलोग्राम, 1.330 किलोग्राम और 1.600 किलोग्राम है जबकि लड़की का वजन 1.580 किलोग्राम है डॉक्टर के अनुसार यह सभी बच्चे आठवें महीने में ही पैदा हुए हैं परंतु यह सभी स्वस्थ हैं.