बच्चों का आधार कार्ड बनवाना है जरूरी, वरना रुक सकते हैं कई काम, जानिए कैसे बनवाएं
हम सभी के पास कोई ना कोई आईडी प्रूफ जरूर होता है। आईडी प्रूफ एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना गया है। यदि हम किसी भी प्रकार का फॉर्म भरते हैं तो उसमें कोई ना कोई आईडी प्रूफ की आवश्यकता जरूर पड़ती है। बिना आईडी प्रूफ के कोई भी काम नहीं हो पाएगा। यदि आप कहीं बाहर होटल रूम लेते हैं तो वहां भी आईडी प्रूफ की जरूरत पड़ती है। उन्हीं आईडी प्रूफ में से एक आधार कार्ड है, जो भारत सरकार के द्वारा भारतीय लोगों के लिए एक नई योजना शुरू किया गया है। जो भारत में रह रहे हर एक व्यक्ति को उनकी पहचान दिलाता है।
आधार कार्ड आजकल के समय में कितना आवश्यक है, यह सब तो हम अच्छी तरह जानते ही हैं। लेकिन क्या आप लोगों को इस बात का पता है कि आधार कार्ड बच्चों के लिए भी बहुत ही जरूरी है। अगर आपने अभी तक अपने बच्चों का आधार कार्ड नहीं बनवाया है तो तुरंत बनवा लीजिए, वरना कई काम रुक सकते हैं। आज हम आपको बच्चों के आधार कार्ड को बनवाने में कौन कौन से दस्तावेज की आवश्यकता पड़ेगी और बच्चों का आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया क्या है? इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं।
आपको बता दें कि बच्चों के आधार कार्ड के मामले में जरूरी कागजातों की दो श्रेणी बनाई गई है। प्रथम श्रेणी में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को रखा गया है और दूसरी श्रेणी में 5 से 15 वर्ष के बच्चों को रखा गया है।
5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए दस्तावेज
- 5 वर्ष से कम बच्चों के लिए ऐसा दस्तावेज होना चाहिए जो बच्चे के साथ माता-पिता या अभिभावक का संबंध साबित करता है। इसमें बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट, हॉस्पिटल की तरफ से जारी किया गया डिस्चार्ज कार्ड या पर्ची शामिल है।
- बच्चे के माता या पिता में से किसी एक अभिभावक का आधार कार्ड होना चाहिए।
- अगर आप अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए जा रहे हैं तो दस्तावेजों की फोटो कॉपी और ओरिजिनल दस्तावेज साथ में ले जाना ना भूलें।
5 से 15 साल के बच्चों के लिए दस्तावेज
- 5 साल से लेकर 15 साल के बच्चों का आधार कार्ड बनाने के लिए माता-पिता के साथ बच्चे का संबंध वाला दस्तावेज जैसे बर्थ सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
- इस उम्र के बच्चे के नाम पर कोई भी आईडी कार्ड जैसे स्कूल आईडी कार्ड होना चाहिए।
- स्कूल की आईडी कार्ड के अलावा स्थाई पता का प्रमाण पत्र होना चाहिए।
UIDAI की साइट पर विजिट करें
आपको UIDAI की साइड पर विजिट करना होगा और वहां पर कुछ दूसरे कागजात जिन्हें यूआईडी मान्यता देता है उसकी लिस्ट अपलोड की गई है। आपको इस लिस्ट की जानकारी इस लिंक https://uidai.gov.in/images/commdoc/valid_documents_list.pdf पर प्राप्त हो जाएगी।
इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखिए
- अगर आपका बच्चा 5 साल से कम उम्र का है तो ऐसी स्थिति में बच्चों का बायोमेट्रिक डिटेल्स नहीं लिया जाता है। सिर्फ बच्चे की फोटो ली जाती है।
- 5 साल के बाद बच्चे का बायोमेट्रिक डिटेल्स लिया जाता है। जब आपका बच्चा 15 साल का हो जाए तब आप बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट जरूर करा लीजिए।
- आपको बता दें कि बच्चों का बायोमैट्रिक्स डिटेल को अपडेट कराने का कोई भी शुल्क नहीं लगता है। यह मुफ़्त है।
- जब आप अपने बच्चे का बायोमेट्रिक्स अपडेट करा रहे हैं तो उस समय के दौरान किसी भी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं पड़ती है। आपको बस बच्चे का आधार कार्ड साथ में केंद्र पर ले जाना होगा।
जानिए बच्चों के आधार कार्ड के फायदे
- अगर आप अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवा लेते हैं तो उनके बालिक होने तक यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज साबित होता है क्योंकि इससे पहले ना तो ड्राइविंग लाइसेंस बनता है और ना ही मतदाता पहचान पत्र बन सकता है। बालिक होने से पहले आधार कार्ड बच्चों की पहचान का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है।
- अगर आप अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवा लेते हैं तो यह सरकारी संस्थानों में काम आएगा। इसके अलावा निजी संस्थान में भी बच्चे की पहचान के मामले में आधार कार्ड महत्वपूर्ण दस्तावेज है।