गरुड़ पुराण: बेहद लाभकारी होते हैं ये 4 खास काम, मनुष्य को दिला सकता है बुरे समय से छुटकारा
मनुष्य के जीवन में कभी अच्छा समय आता है तो कभी बुरे समय का सामना करना पड़ता है। हर मनुष्य यही चाहता है कि उसके जीवन में कभी भी परेशानियां उत्पन्न ना हो, परंतु ऐसा संभव नहीं हो सकता। अगर जीवन में अभी परेशानियां हैं, तो आने वाले समय में इनसे छुटकारा भी मिलेगा। अगर अभी जीवन में सब ठीक है तो हो सकता है कि परेशानियों का भी सामना करना पड़े। इसी प्रकार से हर किसी व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है।
शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि मनुष्य को अपने कर्मों के आधार पर ही जीवन में परिणाम मिलते हैं। मनुष्य जैसा करता है उसी के अनुसार जिंदगी में अच्छे और बुरे समय का सामना करना पड़ता है। गरुड़ पुराण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि इंसानों को उसके कर्मों के आधार पर सजा मिलती है।
वैसे तो मृत्यु के पश्चात गरुड़ पुराण सुनने का विधान शास्त्रों में बताया गया है परंतु गरुण पुराण की कुछ बातों का पालन इंसान जीते जी करता है, तो वह अपने जीवन के बुरे समय का हंसकर मुकाबला कर सकता है। बता दें कि 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण है और इसके अनुसार, ऐसे कुछ खास काम हैं, जिनको अगर मनुष्य करता है तो वह अपने बुरे समय से छुटकारा प्राप्त कर सकता है। तो चलिए जानते हैं आखिर यह खास काम कौन से हैं।
अन्न दान
हिंदू धर्म में दान का बहुत अधिक महत्व माना गया है। ऐसा बताया जाता है कि व्यक्ति जितना दान करता है उससे कई गुना उसे शुभ फल की प्राप्ति होती है। जो लोग भूखों को अन्न दान करते हैं उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि दान के अन्न से संतुष्ट इंसान की दुआ दवा से भी बहुत ज्यादा कारगर रहती है। गरुड़ पुराण में भी इस बात का उल्लेख किया गया है कि हर इंसान को अपनी क्षमता के अनुसार दान जरूर करना चाहिए, यह बहुत ही लाभकारी होता है।
खुद से पहले देवता को भोग लगाएं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देखा जाए तो जिस घर के अंदर भोजन को बिना जूठा किए भगवान को भोग लगाया जाता है, उस घर की पर माता लक्ष्मी जी की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। इसके साथ ही उस घर में धन से जुड़ी हुई परेशानियां भी उत्पन्न नहीं होती हैं। इसके अलावा हर किसी को इस बात का विशेष ध्यान रखना जरूरी है कि रसोई के अंदर जूठन और जूठा बर्तन ना रखें।
कुल देवी या देवता की पूजा करना
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हर घर के अंदर कुलदेवी या देवता की पूजा जरूर होनी चाहिए। ऐसा बताया जाता है कि जिस घर के अंदर कुलदेव या देवी की पूजा हमेशा की जाती है, उस घर के लोगों की तरक्की के मार्ग में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होती है। अगर कुलदेवी या देवता खुश हो जाएं तो इससे सात पीढ़ी तक का परिवार खुशहाल बना रहता है। इसी वजह से हर इंसान को अपने कुलदेवता या देवी की पूजा जरूर करनी चाहिए।
धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना
गरुड़ पुराण में इस बात का जिक्र मिलता है कि इंसान को अपने धर्म का ज्ञान जरूर होना चाहिए। इसके लिए धार्मिक पुस्तकों का पाठ करना चाहिए। धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान प्राप्त करके इंसानों को उसे अपने कर्मों में उतारना चाहिए। इससे व्यक्ति अपने जीवन को खुशहाल बना सकता है और कठिन समय का आसानी से मुकाबला कर सकता है।