बेहद नेक दिल थे दिलीप कुमार, इस मशहूर क्रिकेटर का संवारा था करियर, BCCI से की थी ये सिफारिश
हिंदी सिनेमा के जाने-माने कलाकार दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में 7 जुलाई 2021 की सुबह निधन हो गया। दिलीप कुमार बॉलीवुड इंडस्ट्री में ट्रेजडी किंग के नाम से मशहूर हैं। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत लगातार खराब चल रही थी, जिसकी वजह से उनको अस्पताल में एडमिट कराया गया। दिलीप कुमार के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर है। तमाम हस्तियों ने उनके निधन पर उनको श्रद्धांजलि दी है।
आपको बता दें कि दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे कलाकार थे, जो कई लोगों के लिए प्रेरणा बने हैं। बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे अच्छे अभिनेताओं की लिस्ट में दिलीप कुमार का नाम पहले आता है। यह बहुत ही अच्छा अभिनय करते थे परंतु यह एक अच्छे कलाकार होने के साथ-साथ नेक दिल इंसान भी थे। जब दिलीप कुमार किसी में भी कोई प्रतिभा देखते थे तो वह उसकी सहायता के लिए तुरंत सामने आ जाते थे। दिलीप कुमार साहब ने बॉलीवुड को ही नहीं बल्कि कई इंडस्ट्री के लोगों को अवसर दिया है।
आपको बता दें कि दिलीप साहब ने एक मशहूर क्रिकेटर का करियर बनाने में भी मदद की थी। वह मशहूर क्रिकेटर कोई और नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के मशहूर पूर्व बल्लेबाज यशपाल शर्मा हैं, जिनके करियर को नई दिशा देने में दिलीप कुमार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी। अभिनेता दिलीप कुमार ने यशपाल शर्मा को क्रिकेट खेलते हुए देखा था, तब उन्होंने बीसीसीआई से सिफारिश की थी और भारतीय क्रिकेट टीम में यशपाल शर्मा को जगह दिलवाई थी।
आप सभी लोगों में से ज्यादातर सभी लोग यह जरूर जानते होंगे कि साल 1983 में विश्व कप भारत के नाम करवाने में यशपाल शर्मा का बहुत बड़ा रोल था। मीडिया से बातचीत करने के दौरान खुद यशपाल शर्मा ने यह बताया था कि उनके करियर को दिशा देने में दिलीप कुमार का बहुत बड़ा हाथ था। यशपाल शर्मा ने बातचीत के दौरान यह बताया था कि “क्रिकेट में मेरी जिंदगी बनाने वाले वो ही हैं। उन्होंने मुझे रणजी ट्रॉफी से बीसीसीआई तक पहुंचाया। उनका नाम युसूफ भाई है जिन्हें आप लोग दिलीप कुमार के नाम से जानते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि “मैं उनके साथ भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ हूँ। जब भी वह बीमार होते थे तो मुझे तकलीफ होती है। यशपाल शर्मा ने बातचीत के दौरान आगे बताया कि “दिलीप कुमार उनके पसंदीदा अभिनेता होने के साथ-साथ उनकी जिंदगी में वह बहुत खास स्थान भी रखते हैं। दिलीप कुमार की वजह से ही उन्होंने खुद की प्रतिभा को दुनिया के सामने दिखाया।”
बातचीत के दौरान यशपाल शर्मा ने बताया था कि “वह पहली बार मेरा एक रणजी ट्रॉफी मैच देखने आए थे। मैं दूसरी पारी में अपने दूसरे शतक के करीब था। दिलीप साहब ने मेरा मैच देखने के बाद बीसीसीआई से बात की और कहा कि पंजाब का एक लड़का आया है, आप उसे देख लीजिए। उसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की कला है। युसूफ भाई ने बीसीसीआई को मेरी प्रतिभा के बारे में बताया और मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेलने के रास्ते खोल दिए।”
आपको बता दें कि पंजाब के रणजी ट्रॉफी खेलने वाले यशपाल शर्मा ने 1978 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपना वनडे मैच खेला था और उसके बाद उन्होंने 1979 में टेस्ट मैच में कदम रखा था। साढ़े छह साल के क्रिकेट करियर में प्रैक्टिस टेस्ट मैचों में 1606 रन उनके खाते में हैं। इसके अलावा वनडे मैच में भी यशपाल शर्मा का बल्ला खूब चला। साल 1983 विश्व कप जब हुआ तो उनको अपने करियर में सबसे बड़ा अवसर प्राप्त हुआ था और उन्होंने बहुत अच्छी पारियां भी खेली थीं। यशपाल शर्मा की भूमिका भारत को विश्व कप जिताने में बहुत अहम थी।