कोरोना महामारी के इस दौर में देश के सभी लोग काफी परेशान हैं। जहां देखो वहीं कोरोना से जुड़ी हुई खबरें देखने और सुनने को मिल रही हैं। जिनके बारे में जानकर मन बेहद दुखी हो जाता है। कोरोना की दूसरी लहर सबसे ज्यादा चिंता का विषय बनी हुई है। रोजाना ही कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है और ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
ऐसा नहीं है कि कोरोना के इस दौर में लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए सामने नहीं आए हैं। ऐसे बहुत से लोग हैं जिनसे लोगों का दुख दर्द देखा नहीं जा रहा और वह उनकी मदद में जुटे हुए हैं। सही मायने में देखा जाए तो यही हीरोज है जो हमारे आसपास ही होते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे ही कोरोना वॉरियर्स और हीरो से रूबरू करवाने जा रहे हैं जिनका नाम अमरजीत सिंह है। यह राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं और सबसे खास बात यह है कि अमरजीत सिंह ने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए जो पैसा जमा किए थे उन पैसों से उन्होंने एक एंबुलेंस बनाई है, जिसके जरिए लोगों की सेवा कर रहे हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऑक्सीजन की भारी कमी है। ऑक्सीजन के लिए लोग लड़ रहे हैं। अस्पतालों में बेड भी खाली नहीं है। ऐसी स्थिति में अमरजीत सिंह ने अपनी तरफ से एक पहल की है, उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए बचाए गए पैसों से ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा शुरू की है। अमरजीत का ऐसा कहना है कि वह कोई संत नहीं हैं। मैं कुछ भी नहीं हूँ। बस वह एक छोटा सा कार्य कर रहे हैं। अमरजीत देर रात तक लोगों को अस्पताल पहुंचाने का कार्य करते रहते हैं।
आपको बता दें कि कोरोना काल से पहले अमरजीत स्कूल कैब ड्राइवर थे परंतु अब वह 24 घंटे ऑक्सीजन एंबुलेंस सेवा लोगों को मुहैया करवा रहे हैं। उनकी कार में ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हुए हैं, जिसके माध्यम से वह लोगों की जिंदगी बचाने में जुटे हुए हैं। अमरजीत ने अपने बच्चों के लिए 7-8 लाख रुपए पढ़ाई के लिए इकट्ठा किए थे। बता दें कि उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। अमरजीत का ऐसा कहना है कि उन्होंने अपने बच्चों को यह बता रखा है कि उन्होंने उनकी पढ़ाई के लिए जो पैसे जमा किए थे अब वह उन पैसों से लोगों की सेवा कर रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य भी उनका पूरा सपोर्ट करते हैं।
अमरजीत कहते हैं कि पैसे तो वाहेगुरु फिर दे देगा, मगर इंसान वापस नहीं लौटेंगे। उनका कहना है कि ईश्वर ने चाहा तो पैसे बाद में भी कमाया जा सकता है। अमरजीत जैसे लोगों की कहानी जानकर अक्सर इंसान सोचने पर मजबूर हो जाता है कि इस दुनिया में ऐसे भी लोग रहते हैं जो अपने से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचते हैं। ऐसी कहानी जानकर इंसानियत पर भरोसा और बढ़ जाता है। अमरजीत जो नेक कार्य कर रहे हैं उसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी ही कम है।