माँ के जन्मदिन पर छलका अमिताभ बच्चन का दर्द, इमोशनल हो कर शेयर किया ये ‘लेटर’
सदी के महानायक यानि अमिताभ बच्चन की माँ तेज़ी बच्चन का आज जन्म दिन है. हालाँकि तेज़ी बच्चन अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन अमिताभ बच्चन के दिल में वह हमेशा धड़कन बन कर धड़कती हैं. वैसे भी देखा जाए तो एक माँ का सबसे अधिक प्यार अपनी औलाद के साथ ही होता है. ऐसे में औलाद के सिर से जब उसकी माँ का साया उठ जाए तो वह गम कभी न भूलने वाली एक कडवी याद बन कर रह जाता है. अमिताभ बच्चन सोशल न्मेदिया पर इन दिनों काफी सक्रिय है. वह अक्सर अपने माता-पिता की यादों को अपने फैन्स के साथ शेयर करते रहते हैं. वहीँ उन्होंने अपनी माँ के जन्म दिन पर भावुक हो कर एक इमोशनल पोस्ट को फैन्स के संग साझा किया है.
बता दें कि बिग बी ने अपनी माँ तेज़ी बच्चन को उनके जन्मदिन पर श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की है. यह पोस्ट काफी इमोशनल है जोकि अमिताभ बच्चन के फैन्स की आँखें नम कर रही है. इस पोस्ट के इलावा अमिताभ बच्चन ने अपनी माँ तेज़ी बच्चन और पिता हरिवंश राय की पुरानी तस्वीरों को यादगार के तौर पर शेयर किया है. जोकि फैन्स को काफी पसंद भी आ रही हैं. अभी तक इन पिक्स पर लाखों व्यूज और लाइक्स आ चुके हैं.
अपनी पोस्ट के कैप्शन में अमिताभ बच्चन ने लिखा है कि, ” बस अब कुछ ही पलों में दुनिया की सबसे खूबसूरत माँ का जन्म होता है. साल 1977 की अगस्त 12 को हमारे एक प्रिय मित्र ने मेरी माँ के हाथ का लिखा एक पत्र हासिल किया था. इस पत्र में कईं बेहतर विचारों का ज़िक्र किया गया था. ऐसा लग रहा था जैसे हर शब्द में दार्शनिक सुन्दरता की छाप हो. ” बता दें कि पत्र को शेयर करते हुए अमिताभ बच्चन ने लिखा कि, “स्नेह, सम्मान और प्यार का प्रसार जब धीरे धीरे होता है तो वह काफी लंबे समय तक टिका रहता है. क्यूंकि समय की कसौटी पर वह पहले ही खरा उतरा होता है. समय किसी को बख्शता नहीं है.”
तेज़ी बच्चन के इस पत्र में काफी सुंदर बातें लिखी हुई थी. उनकी माँ ने लिखा था, “जब मैं छोटी बच्ची थी तो घरेलू जिंदगी को सबसे ज्यादा महत्व दिया करती थी. शायद यही कारण था जो मैं अपने परिवार के साथ अधिक से अधिक समय व्यतीत कर पाई थी. जब कोई औलाद अपने परिवार के प्यार का अनुभव कर लेती है, तो वह समझ जाती है कि जिंदगी में चाहे कितनी भी कठिन परिस्थिति क्यों ना आ जाए, उसके माता-पिता हमेशा उसके पीछे कहदे रहेंगे. यह हर किसी के लिए एक तरह की ताकत है जो उन्हें जीवन में निरंतर आगे चलना सिखाती है. क्या आपने कभी सोचा है कि जिसे बचपन में माता-पिता का प्यार नहीं मिलता, वह बड़ा हो कर भी नफरत के साथ जीता है? लेकिन किसी को अपनी आज़ादी की कीमत अपने परिवार से चुकानी पड़े, मैं इसका समर्थन नहीं करती. आज़ादी के चलते महिलाएं उस चीज़ को खो रही हैं, जिसने हमेशा पुरुषों को भावनात्मक रूप से सशक्त बनाया है.”
पत्र के आखिर में तेज़ी बच्चन ने लिखा- “मुझे न केवल माता-पिता का प्यार मिला, बल्कि मुझे समझदारी के साथ बड़ा भी किया गया. प्यार कभी किसी से यह नहीं पूछता कि तुम मुझे क्या डोज? बल्कि प्यार आपको बताता है कि हम तुम्हे क्या दे सकते हैं.” अमिताभ बच्चन ने माँ के पत्र के साथ अंत में कहा कि, “इसके आगे माँ मेरे लिए कुछ भी बोलना ठीक नहीं है. मैं हमेशा तुम्हे ख़ामोशी से याद करते रहना चाहता हूँ.”