कभी साइकिल पर बेचा करता था गुड़, अपनी कड़ी मेहनत और लगन से खड़ा कर दिया करोड़ों का कारोबार
इंसान अपने जीवन में बहुत कुछ करने की कोशिश करता है लेकिन अक्सर देखा गया है कि लोगों को कठिन मेहनत करने के बावजूद भी उन्हें वह मुकाम नहीं मिल पाता, जिसकी वह चाहत रखते हैं। वैसे देखा जाए तो हर किसी को सफलता हासिल हो ऐसा कहा नहीं जा सकता। सफलता पाने के लिए सभी लोग कोशिश करते हैं परंतु कुछ ही लोग होते हैं जिन्हें सफलता मिल पाती है।
ज्यादातर लोग पढ़ाई-लिखाई करने के बाद एक अच्छी नौकरी पाने की चाहत रखते हैं, जिससे वह अच्छा कमा सके और अपनी जिंदगी को बेहतर तरीके से जी पाएं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो नौकरी की बजाय अपना कुछ करने का सोचते हैं। अगर अपना कुछ काम शुरू किया जाए, तो इसमें जोखिम उठाना पड़ता है, जो सबके बस की बात नहीं होती है।
अगर इंसान कुछ करने की ठान ले और वह लगातार कोशिश करे तो उसे एक ना एक दिन अपनी मंजिल मिल ही जाती है। जीवन में कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। एक छोटा सा दिखने वाला व्यवसाय भी, यदि आप कड़ी मेहनत और लगन से करते हैं तो आप उसे सफलता के शिखर पर पहुंचा सकते हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के खालकर बंधु का इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।
साइकिल पर गुड़ बेचने वाले खालकर ने गुड़ बेचकर करोड़ों का कारोबार खड़ा कर दिया है। आपको बता दें कि साइकिल पर गुड़ बेचने वाले खालकर आज 28 अलग-अलग देशों की यात्रा करते हैं। इतना ही नहीं बल्कि आज उनका सालाना टर्नओवर 20 करोड़ रूपए है। इससे यह बात मालूम होती है कि अगर इंसान कोई भी व्यवसाय करता है, वह उसे अपनी मेहनत से सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचा सकता है।
आपको बता दें कि अमित और अनिकेत पुणे जिले के अंबेगांव तालुका के पास के एक गांव के रहने वाले हैं। इनका जन्म एक किसान खालकर परिवार में हुआ था। अनिकेत पढ़ाई में बहुत होशियार थे। पिता ने भी दोनों भाइयों को अच्छी शिक्षा दी। अनिकेत ने सिविल इंजीनियरिंग में अपनी शिक्षा पूरी की है। जब अनिकेत पढ़ते थे, तो उस दौरान वह नई-नई चीजों को आजमाते रहते थे। जब उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी कर ली, तो उन्होंने कोई नौकरी करने के बजाय अपना खुद का कुछ करने का सोचा था।
जब अनिकेत की उम्र 16 वर्ष की थी तो वह गुड़ के कारोबार से जुड़ गए थे। किसान परिवार से होने की वजह से उन्होंने कृषि से जुड़ा हुआ व्यवसाय करने का सोचा था, जिसको ध्यान में रखते हुए उन्होंने बाजार को पहचाना और अनिकेत ने गुड़ का कारोबार शुरू करने का निर्णय ले लिया। अनिकेत ने अपने कारोबार को स्थानीय स्तर से शुरू किया था लेकिन आज वह अपना कारोबार विदेश में भी कर रहे हैं। कुछ सालों में ही उन्होंने अपने इस कारोबार से करोड़ों रुपए की कमाई की है।
अनिकेत ने सबसे पहले अपने गुड़ का कारोबार छोटी जगह से शुरू किया था लेकिन आज उनका यह कारोबार अच्छी तरह से फैल चुका है। उन्होंने इसके लिए किसानों की एक चैन बनाई है जिससे वह स्थानीय किसानों से गुड़ उत्पादन के लिए गन्ना लेते हैं। जहां फैक्ट्री 2200-2500 तक की कीमत देती है। अनिकेत और अमित किसानों को ₹3000 प्रति टन तक का भुगतान करते हैं
आज अनिकेत के पास 6 गुड़ उत्पादन प्लांट हैं, जिनसे उन्होंने 300 गन्ना उत्पादकों का नेटवर्क बनाया है। आज खालकर भाई अपने ब्रांड गौरी के माध्यम से गुड़ सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि 28 अलग-अलग देशों में भी बेचते हैं। भले ही अनिकेत को शुरुआत में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्हें शुरुआत में बैंक के द्वारा लोन देने से इनकार किया गया था। कई दिनों तक तो उन्हें भारी नुकसान में ही अपने कारोबार को चलाना पड़ा था परंतु आज खालकर बंधु अपने गुड़ के कारोबार से अरबपति बन चुके हैं।