अनुराधा पौडवाल की जिंदगी रही है काफी दुखद, पहले पति और फिर बेटे ने दुनिया को कह दिया था अलविदा
फिल्म जगत के सितारों की दुनिया काफी बेहतरीन नजर आती है हालांकि जैसा दिखता है वैसा ही हो यह जरूरी नहीं होता. ऐसे बहुत से फिल्मी सितारे हैं जो कैमरा के सामने काफी खुश नजर आते हैं लेकिन बिहाइंड द कैमरा उनकी स्माइल मानो गायब सी हो जाती है. उन्हीं में से एक हस्ती अनुराधा पौडवाल भी हैं. बता दे कि अपने मधुर और सुरीली आवाज से अनुराधा पौडवाल ने भक्ति संगीत में एक नई लहर जगाई थी. अनुराधा की आवाज सुनकर भक्तों के दिल में एक सुकून सा छा जाता है हर कोई उनके गीत से मंत्रमुग्द हो जाता है. उन्होंने सिंगिंग करियर में जो कामयाबी हासिल की है वहां तक पहुंचना हर सिंगर का ख्वाब होता है. जहां एक तरफ अनुराधा की प्रोफेशनल लाइफ इतनी परफेक्ट है तो वहीं उनकी निजी लाइफ बेहद उतार-चढ़ाव भरी रही है. इस लेख में हम आपको अनुराधा पौडवाल के निजी जीवन और चुनौतियों से रूबरू करवाने जा रहे हैं.
कामयाबी की सीढ़ियां
जानकारी के लिए बता दें कि अनुराधा का जन्म 23 अक्टूबर 1954 में हुआ था. उन्होंने 1973 में बॉलीवुड अभिनेत्री जया बहादुरी के लिए एक श्लोक गाया था. यह श्लोक उनकी फिल्म ‘अभिमान’ के लिए था जोकि दर्शकों का दिल जीत गया और रातोंरात उन्हें सिगिंग नगरी में मशहूर कर गया. इसके बाद अनुराधा ने कई सुपरहिट फिल्मों में अपनी आवाज दी और प्लेबैक सिंगर के तौर पर अपनी अलग पहचान बना ली. अनुराधा ने कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ते चढ़ते कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज भी वह टॉप सिंगर्स की लिस्ट में गिनी जाती हैं.
परिवार का बिखरना
अनुराधा की पर्सनल लाइफ काफी दुखद रही है. उन्होंने 1969 में अरुण पौडवाल से शादी रचाई थी क्योंकि एसडी बर्मन के असिस्टेंट और मशहूर गायक भी रहे थे. शादी के बाद अनुराधा को 2 बच्चे हुए जिसमें उनका बेटा आदित्य और बेटी कविता शामिल थी. लेकिन उस समय अनुराधा के घर गृहस्ती टूट कर बिखर गई जब 1991 में उनके पति अरुण पौडवाल की हादसे के कारण जान चली गई और दोनों बच्चों की जिम्मेदारी अकेली अनुराधा के कंधों पर आ गई. इसके बावजूद अनुराधा ने जैसे-तैसे खुद को संभाल लिया और बच्चों की अच्छे से परवरिश भी थी.
गुलशन कुमार के साथ नाम जुड़ना
टी सीरीज के मालिक व स्वर्गीय गुलशन कुमार अनुराधा पौडवाल को भारत की दूसरी लता मंगेशकर बनाना चाहते थे और इसी वजह से वह उन्हें अक्सर गाना गाने के नए ऑफर भी देते थे. गुलशन कुमार के साथ एक समय में अनुराधा का नाम तक जोड़ा गया हालांकि दोनों के अफेयर की बातें मीडिया के सामने दोनों ने ज़ाहिर नही की. लेकिन जब गुलशन कुमार का निधन हुआ तो अनुराधा पौडवाल को बड़ा झटका लगा था. उनके गुजरने के बाद अनुराधा ने भी गायकी से दूरी बना ली थी और केवल भक्ति गीतों की तरफ रुख कर लिया.
बेटे को खोने का दर्द
पति के गुजर जाने के बाद जैसे तैसे अनुराधा ने खुद को संभालना सीखा था लेकिन उस समय वह बिल्कुल टूट गयी जब उनके जवान बेटे आदित्य का किडनी फेलियर हो गया और इसी वजह से उनकी जान भी चली गई. बता दे कि आदित्य उस समय केवल 35 साल के ही थे जब उन्होंने इस दुनिया कक हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था. बेटे के जाने के बाद अनुराधा पौडवाल टूट कर बिखर गई थी और आखिरकार उन्होंने सिंगिंग से दूरी बना ली. आज अनुराधा की बेटी कविता भी एक अच्छी खासी सिंगर है और बॉलीवुड में अपना नाम बना चुकी है.