‘टीवी के श्रीराम’ पहुंचे अयोध्या, रामलला के दर्शन कर की पूजा-अर्चना, बोले- राम मंदिर आंदोलन में रही रामायण धारावाहिक की भूमिका
90 के दशक का मशहूर पौराणिक धारावाहिक “रामायण” तो आपको याद ही होगा। आज भी लोगों के बीच यह पहले की तरह ही लोकप्रिय है। “रामायण” धारावाहिक ने पॉपुलैरिटी के मामले में उस दौर के सभी धारावाहिकों को पीछे छोड़ दिया था। रामायण सीरियल के सभी किरदारों को दर्शकों ने भगवान मानकर पूजना शुरू कर दिया था। इस धारावाहिक में भगवान श्रीराम का किरदार अभिनेता अरुण गोविल निभाते हुए नजर आए थे। अरुण गोविल शनिवार को अयोध्या पहुंचे और रामलला का दर्शन पूजन किया। वह रामलला के दरबार जब पहुंचे तो भावुक हो गए।
आपको बता दें कि अरुण गोविल यहां अयोध्या राम मंदिर आंदोलन पर बन रही फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में पहुंचे थे। शूटिंग शुरू करने से पहले वह रामलला के दर्शन और पूजन करने पहुंचे। शुक्रवार 21 अप्रैल को उन्होंने अयोध्या नगरी में अपने कदम रखे और 22 अप्रैल शनिवार को भगवान की धरती पर माथा टेका। रामलला के दर्शन करने के पश्चात अरुण गोविल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन में रामायण धारावाहिक की भी अहम भूमिका रही है।
आपको बता दें कि अरुण गोयल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि धारावाहिक के जरिए भगवान श्री राम की महिमा को पूरे विश्व में स्वीकार किया गया, जो मंदिर आंदोलन का आधार भी बना। उन्होंने कहा कि बहुत समय से इच्छा थी कि अयोध्या के रामलला का दर्शन किया जाए। अयोध्या हमारे धर्म संस्कृति का केंद्र बिंदु है। उन्होंने कहा कि यहां आना निश्चित रूप से सौभाग्य की बात है।
अरुण गोविल कहते हैं कि रामायण का एक-एक शब्द, दोहा और चौपाई अमृत के समान है। इसको जितनी बार पढ़िए हर बार इसके अलग-अलग अर्थ निकलते हैं। अरुण गोविल ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भगवान श्रीराम ने हर वर्ग को गले लगाया। उसके पीछे यही संदेश था कि समाज में सबकी सहभागिता होती है।
अरुण गोविल ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। इसके पीछे 500 सालों का संघर्ष है। लाखों लोगों का बलिदान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जिस तरह से यह काम अपने हाथों में लिया, इसे प्राथमिकता दी, उनके लिए शब्द नहीं हैं। उनके जैसा मुझे आज तक कोई प्रधानमंत्री नहीं लगा है। वह बधाई के पात्र हैं। आपको बता दें कि अरुण गोविल ने अयोध्या के विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी तारीफ की।
अरुण गोविल ने रामचरितमानस और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद खड़ा करने वालों के बारे में भी बात कही। उन्होंने कहा कि किसी को कुछ कहना होता है, अपना नाम करना होता है। लाइमलाइट में आना होता है, तो कई तरीके होते हैं। तो कभी अच्छे काम करके लाइमलाइट में आना चाहते हैं, कभी होता है कि हम लाइमलाइट में आना चाहते हैं, चाहे हम किसी भी रास्ते पर आएं।
अरुण गोविल ने यह भी बताया कि वह अयोध्या पर आधारित फिल्म की शूटिंग के लिए अयोध्या आए हैं। फिल्म में राम मंदिर आंदोलन का इतिहास दिखाया जाएगा। अरुण गोविल ने यह बताया कि फिल्म में वह एक सन्यासी की भूमिका में नजर आएंगे, जिसकी दिली इच्छा है कि राम मंदिर बने और वह अपने राम का दर्शन कर पाए। बता दें इस दौरान की अरुण गोविल की तमाम तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वह पत्नी के साथ नजर आ रहे हैं।