गायिका आशा भोसले का जन्म 8 सितंबर 1933 में हुआ था और आज ये 88 साल की हो गई हैं। आशा भोसले की आवाज लोगों के दिलों पर राज करती हैं। आशा भोसले को संगीत विरासत में मिला है। उनके पिता अभिनेता और क्लासिकल गायक हुआ करते थे और उनसे ही आशा ने गाना गाना सीखा था। हालांकि जब आशा जी 9 साल की थी। तब उनके पिता का निधन हो गया था। ऐसे में परिवार की पूरी जिम्मेदारी आशा पर आ गई।
आश भोसले ने अपनी बहन लता मंगेशकर के साथ मिलकर फिल्मों में गाना गाना शुरू कर दिया । ताकि कुछ पैसे कमा सकें। उन्होंने पहली बार साल 1943 में मराठी फिल्म ‘मझा बाल’ के लिए गाना गया था। जिसका नाम ‘चला चला नव बाला’ था। इसके बाद साल 1948 में उन्होंने ‘चुनरिया’ का गाना ‘सावन आया’ गायक। ये उनका पहला हिंदी संगीत था और यहां से उनके बॉलीवुड करियर की शुरूआत हुई और कई फिल्मों के लिए आशा जी ने हिट गाने गाए।
16 साल की उम्र में की शादी
आशा जब 16 साल की थी। तब उनकी जिंदगी में गणपत राव आए। जो कि 30 साल के थे। आशा को उनसे प्यार हो गया और ये दोनों शादी करना चाहते थे। आशा के परिवार वाले इस शादी के खिलाफ थे। लेकिन आशा ने परिवार के खिलाफ जाकर शादी की। हालांकि कुछ सालों बाद आशा ने पति से तलाक ले लिया और अपने रास्ते अलग कर दिए।
उनसे अलग होने के बाद आशा की जिंदगी में ओ पी नैयर आए और आज जो नाम आशा जी ने कमाया है। उसके पीछे ओ पी नैयर का ही हाथ है। साल 1958 से लेकर 1972 तक नैयर और आशा भोसले जी एक साथ रहे। लेकिन 14 साल बाद उनके रास्ते अलग हो गए।
आरडी बर्मन पर आया दिल
आशा भोसले और आरडी बर्मन की मुलाकात साल 1956 में हुई थी। पंचम दा ने उन्हें फिल्म तीसरी मंजिल के गाने के लिए संपर्क किया था। उस दौरान ये दोनों एक दूसरे से केवल काम के सिलसिले में मिले थे। वहीं साल 1972 में ओ पी नैयर से अलग होने के बाद आशा और आरडी बर्मन एक दूसरे के करीब आने लगे। आरडी बर्मन अपनी पत्नी से अलग हो चुके थे। ऐसे में उन्हें भी प्यार की तलाश थी। जो की उन्हें आशा में मिला।
आशा और पंचम दा की जोड़ी सुपरहिट थी। 47 की उम्र में आशा ने पंचम दा से शादी कर ली। पंचम दा उनसे 6 साल छोटे थे। ऐसे में उनकी मां इस शादी के खिलाफ थीं। उन्हें आरडी बर्मन को आशा भोसले से शादी न करने को कहा था। लेकिन उन्होंने आशा से शादी करने की जिद पकड़ ली थी और परिवार के खिलाफ जाकर शादी कर ली। हालांकि शादी के 14 साल बाद पंचम दा का निधन हो गया।
आशा भोसले ने आरडी बर्मन के कंपोजिशन में बने डांस नंबर ‘आजा आजा’, ‘ओ हसीना जुल्फों वाली’ जैसे कई गाने गाए। जो की जबरदस्त हिट साबित हुए। उन्होंने रेखा की फिल्म ‘उमराव जान’ की कई गजले गाईं। जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। इसके बाद उन्हें मेरा कुछ सामान गाने गाया और इसके लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार से आशा को नवाजा गया।