यूपी पुलिस के SI रंजीत यादव बने “वर्दी वाले गुरुजी”, भिखारियों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देकर संवार रहे भविष्य
जैसा कि हम सभी लोग यह बात भली-भांति जानते हैं कि हर किसी के जीवन में शिक्षा बहुत उपयोगी है। शिक्षा वह है, जो हमें पृथ्वी पर अन्य जीवित पर प्राणियों से अलग करती है। शिक्षा से ही हम अपने जीवन की चुनौतियों का कुशलता से सामना करने में सक्षम हो सकते हैं। शिक्षा के बिना हर किसी का जीवन अधूरा है। शिक्षा एक ऐसा हथियार है, जिसके बिना आप जीवन की कोई भी जंग नहीं जीत सकते।
शिक्षा एक कुंजी के समान है, जिससे आप हर मुश्किल का ताला खोल सकते हैं। ज्यादातर सभी लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते लेकिन गरीब लोग अपने बच्चों को शिक्षा देने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। इसी बीच आज हम आपको उत्तर प्रदेश पुलिस के ऐसे सब इंस्पेक्टर के बारे में बता रहे हैं, जो अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं इसके साथ-साथ वह भिखारियों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देकर उनका भविष्य संवार रहे हैं।
जी हां, हम आपको जिस सब इंस्पेक्टर के बारे में बता रहे हैं, उनका नाम रंजीत यादव है, जो ना सिर्फ अपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं बल्कि भीख का कटोरा उठाने वाले हाथों में कलम भी थमा रहे हैं। रंजीत यादव भीख मांगने वाले बच्चों को अपने खर्चे से शिक्षित करते हैं।
जब भी छुट्टी मिलती है, SI रंजीत यादव पहुंच जाते हैं बच्चों को पढ़ाने
आपको बता दें कि रंजीत यादव आजमगढ़ के रहने वाले हैं। लगभग 10 वर्षों से राम नगरी अयोध्या में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वह पांच भाई हैं और गरीबी में अपनी पढ़ाई लिखाई की है। कठिन संघर्षों के बीच दूसरों से किताबें मांग कर पढ़ने वाले रंजीत यादव 2011 में कांस्टेबल, तो 2015 में सब इंस्पेक्टर बने। वर्तमान में राम नगरी अयोध्या के डीआईजी कार्यालय में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं।
सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान यह बताया कि “मैंने अपना खुद का स्कूल शुरू किया है और जब भी मुझे छुट्टी मिलती है, तब मैं इन बच्चों को पढ़ाता हूं। मैं कई महीनों से इन बच्चों को पढ़ा रहा हूं।” रंजीत यादव बताते हैं कि उन्होंने अक्सर इन बच्चों के माता-पिता को भीख मांगते देखा, उसके बाद उनसे बात की, तो उनमें से कुछ अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहते थे।
बच्चों ने जताई खुशी
वहीं जो बच्चे सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव से पढ़ने के लिए आते हैं, उन बच्चों ने खुशी जताई है। बच्चों ने कहा है कि “हम आगे पढ़ना चाहते हैं और स्कूल जाना चाहते हैं।” बच्चों ने यह कहा कि “यहां पढ़ते समय हमें बहुत अच्छा लगता है, इसलिए अब हम नियमित रूप से यहां आते हैं।”
सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव से पढ़ने 50 से ज्यादा आते हैं बच्चे
आपको बता दें कि सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव गरीब बच्चों को बहुत प्यार से पढ़ाते हैं। रंजीत यादव का पढ़ाने का अंदाज ऐसा है कि जिसे देखकर बच्चे अपने आप उनसे पढ़ने के लिए चले आते हैं। बच्चे खुले मैदान में या पेड़ के नीचे भी पूरा मन लगाकर पढ़ाई कर रहे हैं। सब इंस्पेक्टर रंजीत यादव से पढ़ाई करने के लिए बहुत से बच्चे आते हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, SI रंजीत यादव से पढ़ने के लिए 50 से भी अधिक गरीब और असहाय बच्चे आते हैं। दरोगा रंजीत यादव खुद अपने आप से इन गरीब बच्चों को स्टेशनरी का सामान और किताबें मुहैया कराते हैं।