मनुष्य अपने रहने के लिए बहुत सुंदर-सुंदर बड़े-बड़े घर बनाता है जिसमें वह अपने पूरे परिवार के साथ सभी सुख-सुविधाओं के साथ अच्छा जीवन जीता है। दुनिया भर में लोग अपने रहने के लिए कीमती और बहुमंजिला इमारत बनाते हैं और अपने घर के अंदर शानदार जीवन व्यतीत करते हैं। बड़े-बड़े शहरों और मेट्रो सिटीज में तो बड़ी-बड़ी इमारतों में बने फ्लैट्स में लोग रहते हैं, जिसमें सारी सुख सुविधाएं मौजूद होती हैं।
लोग अपनी सुविधा अनुसार अपने लिए रहने के लिए घर बना लेते हैं और उनको ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। अगर हम पक्षियों की बात करें तो आप लोगों ने किसी भी पक्षी के लिए कोई बिल्डिंग या फ्लैट्स नहीं देखा होगा। ज्यादातर पक्षी अपना आशियाना पेड़ों पर बनाते हैं। पक्षी पेड़ों पर घोंसला बनाकर जैसे तैसे जीवन बिताते हैं।
इंसानों के पास सर्दी, गर्मी या बारिश की मार से बचने के लिए घर और उसमें तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद होती हैं। परंतु पक्षियों के पास ऐसा कुछ भी नहीं होता है। दुनिया में ज्यादातर सभी लोग अपने बारे में ही सोचते हैं, लेकिन ऐसे बहुत ही कम लोग देखने को मिलते हैं जो खुद से ज्यादा पशु पक्षियों के बारे में सोचते हैं।
इसी बीच गुजरात के एक शख्स ने पक्षियों के लिए एक ऐसा काम किया है जिसकी मिसाल दुनिया भर में दी जाएगी। जी हां, पक्षियों की दुर्दशा देख कर एक किसान का दिल पसीज गया और उसमें शिवलिंग के आकार का एक ढांचा खड़ा कर दिया, जो अब पक्षियों का घर कहलाता है। आखिर यह पूरी कहानी क्या है? चलिए जानते हैं उसके बारे में…
किसान ने बनाया पक्षियों के लिए घर
दरअसल, आज हम आपको जिस शख्स के बारे में बता रहे हैं उनका पूरा नाम भगवानजी भाई मोहन भाई रूपापारा है, जिनकी उम्र 75 साल की है। भगवानजी भाई गुजरात के राजकोट के नवी सांकली गांव के रहने वाले हैं और यह पेशे से किसान हैं। यह अपनी 100 एकड़ की खेती का काम संभालते हैं। भगवानजी भाई के दो बेटे हैं, जो एग्रो कंपनी चलाते हैं। भगवानजी भाई ने गांव में ही पहले एक भगवान शिव जी का मंदिर बनवाया था, लेकिन अब उन्होंने शिवलिंग के आकार का यह पक्षियों के लिए घर बनवाया है।
शिवलिंग जैसा है आकार
अगर आप तस्वीरों को देखेंगे तो पहली बार में आपके लिए अंदाजा लगा पाना मुश्किल हो जाएगा कि आखिर यह क्या है? अगर आप गौर से देखेंगे तो आपको हजारों मिट्टी के मटके दिखाई देंगे, जिन्हें शिवलिंग के आकार या ढांचे में व्यवस्थित किया गया है। पहली नजर में देखने के बाद आपको ऐसा लगेगा कि यह कोई शिव मंदिर है। लेकिन ऐसा नहीं है, यह पक्षियों का घर है। यहां पर पक्षियों के रहने के लिए पूरा इंतजाम किया गया है।
पक्षियों का घर स्पेशल मटको से हुआ है तैयार
आपको बता दें कि पक्षियों का यह घर 140 फीट लंबा, 70 फीट चौड़ा और 40 फीट ऊंचा है। इसमें तकरीबन 2500 छोटे-बड़े मिट्टी के मटके का इस्तेमाल किया गया है। इसमें हर तरह के पक्षी अपना घर बना सकते हैं। इन सबको डिजाइन खुद भगवानजी भाई ने ही किया है। पक्षियों के इस घर के अंदर दो तरह के छोटे और बड़े मटको का इस्तेमाल किया गया है। जिनको स्पेशल ऑर्डर पर बनाया गया है।
अगर हम मटकों की खासियत के बारे में बात करें तो यह ठंड में ज्यादा ठंडे नहीं होते हैं और ना ही गर्मी में ज्यादा गर्म होते हैं। करीब ₹150 प्रति मटके की कीमत है और सबसे बड़ी बात यह है कि यह आसानी से टूटे नहीं, इसी हिसाब से इन मटको को फिट किया गया है। यहां पर 10,000 से अधिक पक्षी अपने परिवार के साथ आराम से रह सकते हैं।
पक्षियों को रोजाना खिलाते हैं 50-60 किलो दाना
अगर हम मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भगवानजी भाई पक्षियों को रोजाना करीब 50-60 किलो दाना खिलाते हैं। भगवान जी भाई ने गांव से ग्राम पंचायत से यह जमीन पक्षियों का घर बनवाने के लिए मांगा था। साल 2021 में इस घर की नींव रखी गई थी और इसे तैयार होने में पूरे एक साल का समय लगा।
20 लाख खर्च कर बनवाया बर्ड हाउस
यह घर बिजली या चक्रवात में भी पक्षियों को सुरक्षित रखने में कारगर है। सर्दी और ज्यादा गर्मी का एहसास भी पक्षियों को इस घर में नहीं होगा और पक्षी बरसात में भी नहीं भीगेंगे। 75 वर्षीय भगवानजी भाई ने पक्षियों का यह घर बनवाने के लिए 20 लाख रुपए खर्च किए हैं।
सालों से ही पक्षियों को भगवान जी भाई दाना देते हैं और उनको यही चिंता लगी रहती थी कि बारिश में यह पक्षी कहां रहते होंगे। बस फिर क्या था, उन्होंने खुद पक्षियों कि इस परेशानी का समाधान निकाल लिया। महज चौथी पास भगवानजी भाई ने अपनी सूझबूझ से पक्षियों का घर तैयार किया।