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एक तरफ भारत में लाखों लोग हैं बेघर, पर ठाट-बाट में राजाओं को भी मात देते हैं अमीर: ओबामा

अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति रहे ओबामा ने अपनी लेटेस्ट किताब “अ प्रॉमिस्ड लैंड” में उन्होंने भारत के.उद्योगपतियों पर तंज कसते हुए कहा कि वे ठाठ बाट में राजाओं और मुगलों को भी पीछे छोड़ दिया है.एक तरफ भुखमरी है तो एक तरफ शानो शौकत. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ भी की है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ अपनी मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत को याद किया और भारतीय उद्योगपतियों पर सवाल उठाए. ओबामा की हाल में आई नई बुक की काफी चर्चा है. इसमें उन्होंने भारत के बारे में काफी कुछ लिखा है.’ए प्रॉमिस्ड लैंड’ नाम की किताब ओबामा के राजनीतिक जीवन पर आधारित संस्मरण का पहला अंक है. यह किताब 2 अंको में लिखी जाएगी. इसे मंगलवार यानी 17 नवंबर 2020 को जारी किया गया.


लेखनी दिलचस्प और कसावट भरी है. इसमें उन्होंने करीब 14 सौ शब्द, नवंबर 2010 की अपनी पहली भारत यात्रा पर लिखा है.मौजूदा विपक्षी पार्टी कांग्रेस तब सत्ता में थी. ओबामा ने तब के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर अपनी राय जाहिर की है.उन्होंने भारतीय उद्योगपतियों के बारे में टिप्पणी की है.अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी किताब में भारतीय उद्योगपतियों पर निशाना साधा. न्यूज एजेंसी पटीआई के मुताबिक किताब में ओबामा ने लिखा है, ‘देशभर में लाखों लोग गंदगी में रह रहे हैं, अकालग्रस्त गांवों की बदहाल झुग्गी-बस्तियों में जीवन बसर कर रहे हैं. वहीं भारतीय उद्योग के महारथी ऐसा जीवन जी रहे हैं कि जिससे राजाओं और मुगलों को भी ईर्ष्या हो जाए.’


इस किताब में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन जो कि 9/11 का मुख्य आरोपी था ,को मारने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण किया है. इस किताब के दो भाग हैं. पहला भाग मंगलवार 17 नवंबर को दुनियाभर में जारी हुआ. आपको बता दे की जब ओबामा भारत के दौरे पर आए थे तो बड़े बड़े बिजनेस जगत के नामी गिरामी लोग मिलने के लिए कतार में खड़े थे. बराक ओबामा राष्ट्रपति रहने के दौरान साल 2015 में जब भारत यात्रा पर आये थे तो उनसे मिलने के लिए देश के दिग्गज अमीर कतार में लग गये थे. इसमें मुकेश अंबानी से लेकर रतन टाटा तक शामिल थे.


उन्होंने और आगे बोला की भारत में असमानता बढ़ती जा रही है. इस साल की शुरुआत में जारी Oxfam India इंडिया की रिपोर्ट में भी भारत में भारी असमानता की ओर संकेत गया था. इसमें कहा गया था कि पिछले एक साल में भारत की कुल संपत्ति में 625.5 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई. इसमें ऊपर के 1 फीसदी व्यक्तियों जो सुपर रिच में आते है उनकी संपत्ति में 46 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि नीचे के 50 फीसदी व्यक्तियों में मात्र 3 फीसदी की ही वृद्धि हुई है.


अरबपतियों की संपदा 2017 में 325.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (22,72,500 करोड़ रुपए) से बढ़कर साल 2019 में 408 बिलियन अमेरिकी डॉलर (28,96,800 करोड़ रुपए) पहुंच गई. भारत के 63 अरबपतियों की कुल संपत्ति भारत के 2018-19 के कुल केन्द्रीय बजट 24,42,200 करोड़ रुपए से भी अधिक थी. पूर्व राष्ट्रपति के संस्मरणों का पहला हिस्सा 2011 में ओसामा बिन लादेन की मौत के साथ खत्म होता है.उम्मीद की जा रही है कि दूसरे हिस्से में वो नरेंद्र मोदी को लेकर राय जाहिर करेंगे.ओबामा 2015 में जब दोबारा आए थे तब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री थे और ओबामा पद पर रहते हुए दो बार भारत की यात्रा करने वाले अमेरिका के एकमात्र राष्ट्रपति बन चुके है.

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