सोशल मीडिया पर अक्सर ही हम कई मजबूर लोगों के बारे में पढ़ते हैं या वीडियो देखते हैं. कोई रोटी के लिए कोई पैसे के लिए तो कोई किसी अन्य चीज के लिए मजबूर होता दिखाई देता है. दरअसल जिंदगी का कुछ पता नहीं होता कि कब कैसा समय देखने को मिल जाए. ऐसा ही एक वाक्या एक बच्चे के साथ हो रहा है जिसके बारे में सोशल मीडिया पर काफी चर्चा चल रही है. इस बच्चे की बेबसी से हर किसी का दिल पसीज गया है. चलिए बताते हैं आखिर क्या मजबूरी है इस मासूम बच्चे की.
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर का है जिसमें इन दिनों एक लोकल शख्स द्वारा लिया गया एक बेबस बच्चे का कुत्ते के साथ सोते हुए फ़ोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. शख्स द्वारा अपलोड किए गए फोटो से बच्चे के बारे और भी बातें सामने आईं हैं. बच्चे की फोटो वायरल होने के बाद जनपद का प्रशासन भी अपनी कुम्भकर्णी नींद से जाग कर हरकत में आ गया है और आलाधिकारियों के निर्देश पर जनपद पुलिस ने इस बेबस बच्चे को ढूंढ लिया है.
वहीं बेबस मासूम बच्चे से जब पुलिस ने इस तरह सड़क पर सोने की बात के बारे में पूछा तो बच्चे की कहानी इतनी भावुक थी कि किसी का भी दिल पसीज जाता. लगभग 9 से 10 साल का दिखने वाला ये बेबस बच्चा अपना नाम अंकित बता रहा है. बच्चे के अनुसार उसका पिता जेल में बंद है और मां छोड़ कर चली गई थी. ये मासूम बच्चा अपने परिवार या घर के बारे में इस के अलावा और कुछ नहींं जानता है. माँ बाप का सहारा न होने के कारण यह मजबूर और बेबस है.
पूछने पर पता चला कि ये मासूम चाय की दुकान पर काम करके या कूड़ा बीन कर पैसे कमा कर अपना गुजारा कर रहा है. अपने साथी कुत्ते, जिसे वह प्यार से डैनी कहता है, उसका पेट भी वह भरता है. रात को इस कड़ाके की सर्दी में मुज़फ्फरनगर के शिव चौक स्थित मार्केट में किसी भी दुकान के सामने अपने दोस्त कुत्ते के साथ सो जाता है यह मासूम. कुत्ता भी रात भर अपने मालिक बच्चे का ध्यान रखता है.
हालाँकि कई दिन पहले ली गई बच्चे की इस फोटो के वायरल होने के बाद से जनपद के एसएसपी अभिषेक यादव ने बच्चे को ढूंढने के लिए जब पुलिस टीम लगाई तो बच्चे को पुलिस ने शहर से ढूंढ लिया है. अब बच्चा चाइल्ड एंड वुमैन वेलफेयर डिपार्टमेंट के देख रेख में है जहां इसके रहने के साथ-साथ जिला प्रशासन अच्छी पढ़ाई का बंदोबस्त भी करने में लग गया है.