मध्यप्रदेश में दो बहनों की शादी में हुई गड़बड़ी, इधर गई बिजली, उधर बदल गईं दुल्हनें, जानिए फिर क्या हुआ?
बिजली कटौती के चलते गर्मी में लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मध्य प्रदेश में बिजली की आंख मिचौली दो दूल्हा-दुल्हन पर भारी पड़ते पड़ते बच गई है। दरअसल, हुआ ऐसा कि शादी के समय ऐन फेरो के वक्त बिजली गुल हो गई और इतने में एक ऐसी घटना घटी जिसे सुनकर हर कोई हैरत में पड़ गया। जी हां, बिजली कटौती की समस्या से एक शादी में दुल्हनों की अदला बदली का चौंकाने वाला मामला निकल कर सामने आया है।
दरअसल, आज हम आपको बिजली गुल होने से जिस अजीबो-गरीब घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, यह मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले से सामने आया है, जहां पर अंधेरे की वजह से शादी में होने वाली रस्म के दौरान दुल्हनों के दूल्हे बदल गए। जब लाइट आई तो दुल्हन और उनके परिजन हैरान रह गए। जिसके बाद फेरे के दौरान हुई गलती को ठीक किया गया। तो चलिए जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या है।
बिजली गुल होने पर बदल गईं दुल्हनें
यह मामला उज्जैन के चंदूखेड़ी के पास असलाना गांव का है, जहां एक शादी समारोह के दौरान बिजली चली गई। शादी में चल रही रस्मों के दौरान दो दुल्हनें आपस में बदल गईं। अंधेरा होने की वजह से रस्म के दौरान वह अपने होने वाले पति के साथ नहीं बैठ कर एक दूसरे के दूल्हे के साथ बैठ गईं। जब फेरे के लिए दुल्हन को दूल्हे के पास बैठाया गया तब परिवारवालों की नजर पड़ी, जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई और दोनों परिवार में विवाद भी हुआ।
दरअसल, जिले के इंगोरिया थाना के असलाना गांव में रमेश लाल की तीन बेटियों और एक बेटे की शादी थी। रविवार को उनकी दो बेटियां निकिता और करिश्मा की दंगवाड़ा के भोला और गणेश से शादी हुई। दो युवक अलग-अलग परिवार से हैं। बरात आने के बाद रात करीब 11:30 बजे पर माता पूजन की रस्म के दौरान दोनों दुल्हनों ने अलग-अलग दूल्हों का हाथ पकड़कर पूजा संपन्न किया। इस दौरान निकिता ने गणेश और करिश्मा ने भोला का हाथ पकड़ रखा था। रात करीब 12:30 बजे जब लाइट आई, तो दोनों दुल्हन और उनके परिजन हैरान रह गए।
परिवारवालों ने यह बताया कि गांव में आए दिन बिजली गुल हो जाती है। यही नहीं, यह बिजली कटौती कई घंटे तक बनी रहती है। शादी वाले दिन भी बिजली कटौती की वजह से दुल्हन बदल गईं। दोनों के फेरे सुबह 5:00 बजे करवाए गए। उधर रमेश लाल के बेटे गोविंद की भी शादी 6 मई को होनी थी। इसके लिए दोनों बेटियों की विदाई के बाद परिवार वाले गोविंद की शादी में जुटे थे।
दुल्हन के पिता रमेश लाल के द्वारा बताया गया कि दोनों दुल्हन बदली जरूर थी लेकिन कुछ देर के लिए विवाह की एक रस्म निभाने के बाद फेरे होने से पहले से सभी को मामले का पता चल गया था। इसके बाद जिस दूल्हे से रिश्ता तय हुआ था। उसी से शादी कराई गई। हालांकि दुल्हन बदलने से विवाद की स्थिति हो गई थी, जिसे समझाकर शांत करवा दिया गया है। इस गलती को सुबह 5:00 बजे हुए फेरे के दौरान ठीक कर लिया गया और तय रिश्ते के आधार पर ही दूल्हों के साथ दुल्हनों के सात फेरे कराए गए।