अचानक लग्जरी लाइफ जीने लगा मजदूर, बुलाई रशियन कॉलगर्ल्स, जब सच्चाई आई सामने तो…
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, दुनिया भर से आए दिन कई तरह की खबरें निकल कर सामने आती हैं, जिनमें से कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिन पर भरोसा कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। वहीं कुछ खबरें ऐसी भी होती हैं, जिनके बारे में जानकर हर कोई हैरत में पड़ जाता है। इसी बीच राजस्थान की राजधानी जयपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला निकल कर सामने आया है। यहां पर एक ज्वैलर के घर से एक करोड़ रुपए की कीमत के सोना चोरी केस का खुलासा हुआ है।
ऐसा बताया जा रहा है कि जो सोना चोरी हुआ था वह सोने के दो बिस्किट्स थे, जिसका वजन 2 किलो था। इस वारदात अंजाम ज्वेलर के यहां फर्नीचर का काम करने वाले एक कारपेंटर ने ही दिया था। इस वारदात में उसने अपने चाचा बाबूलाल और साथी मुकेश को शामिल किया और सबने मिलकर सोना चुराया। सोने को टुकड़ों में काटकर उन्होंने गला दिया। इसके बाद उन्होंने सोने को बाजार में बेचा, जिससे उनको मोटी रकम मिली।
सोना बेचकर जो भी रकम उनके पास आई, उससे वह लग्जरी लाइफ जीने लगे। महंगे महंगे होटलों में जाते थे और विदेशी लड़कियों के साथ खूब मौज-मस्ती करते और पैसा उड़ाते। इतना ही नहीं बल्कि महंगी शॉपिंग भी उन्होंने की। जमकर शराब का सेवन किया। इतना ही नहीं बल्कि दुर्गेश ने अपने गांव में दो मंजिला मकान बनाने का कार्य भी आरंभ करवा दिया।
जब ज्वैलर राजेश सोनी को इसी बीच घर से सोना चोरी होने की बात पता चली तो उसने दो दिन पहले ही मानसरोवर थाने में इस विषय में केस दर्ज करवा दिया, जिसमें दुर्गेश पर सोना चुराने का उन्होंने संदेह जताया है। केस दर्ज होते ही पुलिस ने इस पर तुरंत कार्यवाही शुरू कर दी और आरोपियों की तलाश में जुट गई। रविवार को कारपेंटर दुर्गेश बैरवा, उसके चाचा बाबूलाल और साथी मुकेश उर्फ लादूराम को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेश सोनी केशव विहार कॉलोनी में रहते हैं। दुर्गेश फर्नीचर का काम करता है। वह पिछले काफी दिनों से राजेश सोनी के यहां पर फर्नीचर का काम करने आ रहा था। जब वह फर्नीचर का काम कर रहा था, तो इसी दौरान दुर्गेश की नजर अलमारी में रखे हुए सोने के बिस्कुट्स पर पड़ गई। सोना देखने के बाद उसकी नीयत खराब हो गई।
दुर्गेश ने मौका देखते ही सोने के दोनों बिस्कुट्स चुरा लिए और वहां से चुपके से निकल गया। दुर्गेश के द्वारा चोरी किए गए सोने के बिस्कुट की भनक जब बाबूलाल और मुकेश को लगी, तो उसने उन दोनों का मुंह बंद करवाने के लिए सोने का लालच दिया, जिसके बाद सोने को गला कर बिकवाने में मदद बाबूलाल ने की थी। दुर्गेश ने सोने के बिस्कुट्स के थोड़े-थोड़े टुकड़े किए और बाबूलाल और मुकेश को दे दिया।
वहीं जब सोने का भाव बढ़ गए तो राजेश सोनी ने सोना बेचना चाहा जिसके लिए उन्होंने अपनी अलमारी खोली और सोने के बिस्कुट्स को ढूंढने लगे। लेकिन उनको अलमारी में सोने के बिस्कुट नहीं मिले थे। सोने के बिस्कुट्स जब गायब हो गए तब 4 मार्च को राजेश सोनी ने केस दर्ज करवा दिया। मुकदमा दर्ज होते ही तुरंत पुलिस इसकी छानबीन में जुट गई।
जांच पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि दुर्गेश की लाइफ स्टाइल काफी बदल चुकी है। उसके पास बहुत पैसा है और उन पैसों से वह मौज-मस्ती कर रहा है। दुर्गेश ने कारपेंटर का काम भी छोड़ दिया। ऐसी स्थिति में दुर्गेश पर संदेह होने पर पुलिस ने उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की। तब उसने पूछताछ के दौरान सोना चुराने की बात को स्वीकार किया। फिलहाल में पुलिस के द्वारा जो आरोपियों ने सोना चुराया था, उसे बरामद करने की कोशिश में जुटी हुई है।