पिछले साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई में बहुत बाधा आई थी. हालाँकि अब 2021 लगते ही सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छी खबर आ गई है. दरअसल, स्किल इंडिया के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने नए नियम बना दिए हैं. इनसे छात्रों को कई फायदे मिलने वाले हैं. जिसके बारे में सीबीएसई ने पहले ही बताया हुआ है. आपको बता दें कि नए नियम के अनुसार, सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को अब 10वीं की परीक्षा में फेल नहीं किया जाने वाला है. कई छात्र मैथ या साइंस विषयों में फेल हो जाते हैं लेकिन अगर वे कंप्युटर या किसी दूसरी स्किल में अच्छे हैं तो सिर्फ एक या दो विषय में अच्छे अंक नहीं होने की स्थिति में उन्हें फेल नहीं किया जाने वाला है.
छात्रों का साल नहीं होगा बर्बाद
दरअसल सीबीएसई बोर्ड के इन नियमों से हुनरमंद स्किल्ड बच्चों का साल खराब होने से बचाया जा सकता है. कई हुनरमंद बच्चे किसी एक विषय में कमजोर होने के कारण फेल हो जाते थे और उनका साल बर्बाद हो जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. आपको बता दें कि सीबीएसई ने अपने नियमों में कुछ बदलाव कर नए नियमों को जोड़ दिया है. जिससे बच्चों को फायदा होने जा रहा है. हालाँकि इस नए नियम को लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. परंतु इस नए नियम से बच्चे काफी खुश भी हैं तो वहीं कुछ टीचर और अभिभावक काफी परेशान भी दिख रहे हैं.
नई शिक्षा नीति को लेकर हो रहे कई बदलाव
वहीं एक तरफ सीबीएसई की ओर से तय स्किल बेस्ड लर्निंग प्रोग्राम में छात्रों की रुचि साल-दर-साल बढ़ती जा रही है. 2020 में जहां 20 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने स्किल बेस्ड सब्जेक्ट्स को चुना था तो 2021 में इनका प्रतिशत 30 हो चुका है. दिलचस्प बात यह है कि छात्र-छात्राओं का रुझान स्किल डेवलपमेंट की ओर बढ़ रहा है और अगर कोई किताबी पढ़ाई में अच्छा नहीं माना जा रहा है तो भी छात्र का कोई नुकसान नहीं हो सकता है. गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति को लेकर स्कूलों में कई बदलाव किए जा रहे हैं. हाल ही में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई के प्रमुख से बातचीत की थी. इसमें उन्होंने स्कूलों में नई शिक्षा नीति को लागू करने पर जोर दिया था. उसी क्रम में सीबीएसई बोर्ड ने भी बदलाव करना शुरू कर दिया है.