शादी के बाद हर कोई यही चाहता है कि वह जल्द से जल्द माता-पिता बने। माता-पिता बनने का सुख एक अलग ही होता है। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं मां से हर बच्चे का रिश्ता दुनिया के किसी भी रिश्ते से पुराना होता है, क्योंकि मां और बच्चे का जुड़ाव गर्व से ही हो जाता है, तभी से मां को बच्चे की फिक्र होने लगती है और बच्चा भी मां के एहसासों को समझने लगता है। जब शादी के बाद कोई महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता है।
बच्चा चाहे जैसा भी हो, मां अपने बच्चे से बेहद प्यार करती है। इसी बीच मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में एक ऐसी बच्ची का जन्म हुआ है जिसके हाथ ही नहीं हैं। डॉक्टर का कहना है कि ऐसा केस लाखों में एक आता है। बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। बच्ची के पिता का कहना है कि बेटी लक्ष्मी का रूप है, जो भगवान ने दिया है वह स्वीकार है। हम खुश हैं और बेटी को सभी खुशी देने की कोशिश करेंगे। फिलहाल, यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
महिला ने बिना हाथ वाली बच्ची काे दिया जन्म
दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह बड़वानी जिले से सामने आया है। जहां पर एक महिला ने बिना हाथ वाली बच्ची को जन्म दिया है। महिला की डिलीवरी पलसूद नगर के समीप स्थित उपला स्वास्थ्य केंद्र में 1 दिसंबर को हुई थी। बच्ची के पैदा होने के बाद से ही वह इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। बच्ची के हाथ नहीं है। बच्ची और प्रसूता दोनों स्वस्थ हैं। दोनों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। जानकारी के अनुसार, बच्ची का वजन 2 किलो 800 ग्राम है। अनुवांशिक या फिर डिलीवरी के समय इंफेक्शन के कारण शायद बच्ची ऐसी पैदा हुई है। वहीं बच्ची के जन्म से परिजन काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें जो दिया और जैसा दिया हम उसमें खुश हैं।
डॉक्टर ने कहा- लाखों में एक केस
आपको बता दें कि जैसे ही लोगों को इस बात की सूचना मिली तो स्वास्थ्य केंद्र सहित बच्ची के घर लोगों का आना जाना लगा हुआ है। कई लोग बच्ची के पिता नितेश को फोन कर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। बच्ची के पिता नितेश ने बताया कि कई लोग फोन करके भी उनसे बच्ची के बारे में पूछ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर को उनकी पत्नी की नॉर्मल डिलीवरी हुई थी। बच्ची पैदा हुई तो पता चला कि उसके हाथ ही नहीं है। लेकिन हमें इस बात का कोई गम नहीं। हमारी बेटी हमारे लिए लक्ष्मी माता का रूप है। बच्ची के पिता ने कहा कि भगवान ने उनकी बेटी को जैसा भी बनाया है वह उसी में खुश हैं।
वहीं डॉक्टर सुनील सोलंकी का कहना है कि ऐसे केस लाखों में एक होते हैं। हो सकता है कि बच्ची अनुवांशिक या फिर डिलीवरी के समय इंफेक्शन के कारण ऐसी पैदा हुई हो। आपको बता दें कि नितेश पिता हीरालाल और उसकी पत्नी किरण सातवीं तक पढ़े लिखे हैं। उनका यह पहला बच्चा है। नितेश माता-पिता के साथ खेती करते हैं। एक साल पहले शादी हुई थी। बच्ची को जन्म देने वाली महिला किरण की उम्र 19 वर्ष की है। नितेश की उम्र 20 वर्ष की है।