इन दिग्गज क्रिकेटर्स ने अपनी ही बहनों संग रचाई शादी, नंबर 1 के तो हैं पांच बच्चे
पड़ोसी देश पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी और कप्तान बाबर आजम अगले साल शादी रचाने वाले हैं. लेकिन चौंका देने वाली एक बात सामने आ रही है कि बाबर आजम अपनी ही बुआ की बेटी मतलब अपनी चचेरी बहन से शादी रचा रहे है. दरअसल पाकिस्तान के क्रिकेट टीम के कैप्टन बाबर आजम और उनकी बुआ के परिवारों के बीच इन दोनों कपल की शादी की बात पर राजीनाम हो गया है. दोनों शादी अगले साल करेंगे. आपको बता दें कि बाबर आजम ने अपनी चचेरी बहन के साथ सगाई रचा ली हैं. खैर ऐसा पहली बार नहीं है जब कोई क्रिकेटर अपनी ही चचेरी बहन के साथ शादी कर रहा है. बड़े-बड़े लोग ऐसा कर चुके हैं. चलिए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने अपनी ही बहन से शादी की.
शाहिद और नादिया
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के जाने माने प्लेयर शाहिद अफरीदी को आज भला कौन नहीं जानता? दरअसल पाकिस्तानी टीम के पूर्व कैप्टन शाहिद अफरीदी जब 20 साल के थे तब उन्होंने अपने मामा की बेटी नादिया के साथ उन्होंने शादी की. दोनों 19 वर्षों से एक साथ रह रहे हैं. शाहिद अफरीदी ने साल 22 अक्टूबर 2000 में नादिया से शादी रचाई. ये रिश्ते में ममेरी बहन हैं. नादिया, शाहिद के सगे मामा की बेटी हैं. शाहिद और नादिया के 5 बच्चे अक्सा, अंशा, अजवा, असमारा और अरवा हैं.
मुस्तफिजुर रहमान और सामिया परवीन
वहीं बांग्लादेश क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान ने भी अपनी चचेरी बहन सामिया परवीन के साथ शादी रचाई थी. आपको बता दें कि उन्होंने शादी साल 2019 मार्च महीने में रचाई थी.
मोसद्देक हुसैन और शरमीन समीरा
बता दें कि बांग्लादेश क्रिकेट टीम के यंग क्रिकेटर मोसद्देक हुसैन ने भी साल 2012 में अपनी चचेरी बहन शरमीन समीरा से निकाह कर लिया था. मोसद्देक हुसैन अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी चर्चा में रहे है. दरअसल उन पर पत्नी को दहेज के लिए परेशान करने के आरोप लगे थे. इस मामले के कारण से मोसद्देक को टीम से अपनी जगह खोनी पड़ी.
सईद अनवर और लुबना
वहीं 1996 में पाकिस्तान के क्रिकेटर सईद अनवर ने अपनी चचेरी बहन लुबना से निकाह किया. दरअसल लुबना एक डॉक्टर हैं. और यही साल था जब सईद टेस्ट क्रिकेट मैदान में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे. अनवर अपनी जिंदगी में खुश थे कि फिर 2001 में उनकी बेटी की अचानक निधन हो गया और इसके बाद वह बुरी तरह बिखर गए. यह खिलाड़ी अपने खेल को आगे नहीं बढ़ा सके और 2003 वर्ल्ड कप के बाद संयास ले लिया.