घर छोड़कर भाग रही थी लड़की, तभी फ़रिश्ता बनकर आया ऑटो वाला, फिर हुआ कुछ ऐसा जो किसी ने नहीं सोचा था
दोस्तों आज के ज़माने में जिसे देखो वो स्वार्थी होता हैं. दूसरों की लाइफ में क्या दुःख तकलीफे चल रही हैं किसी को इससे कोई लेना देना नहीं होता हैं. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों को दुखी नहीं देख सकते हैं और बिना किसी स्वार्थ के उनकी मदद भी कर देते हैं. ऐसा ही एक मददगार ऑटो वाला दिल्ली में देखा गया जिसने घर से भागी एक जवान बेटी की जिंदगी तबाह होने से बचा ली. आइए विस्तार से जाने क्या हैं पूरा मामला…
फेसबुक फ्रेंड की खातिर लड़की ने छोड़ा घर
आज का युवा फेसबुक पर कुछ ज्यादा ही एक्टिव रहता हैं. ऐसे में उनके इस सोशल मीडिया के जरिए नए नए दोस्त भी बन जाते हैं. कई बार तो ये नासमझ युवा कुछ महीनो की दोस्ती में बड़े बड़े कदम तक उठा लेते हैं. ऐसा ही एक मामला दिल्ली में देखने को मिला हैं. यहाँ एक 24 वर्षीय लड़की की फेसबुक पर कुछ दिनों की चैट के बाद एक युवक से गहरी दोस्ती हो गई थी. जब लड़की के घर वालो को इसका पता चला तो झगड़ा हुआ. इसके बाद लड़की ने उस दोस्त की खात्री घर छोड़ने जैसा बड़ा फैसला ले लिया. ये 24 वर्षीय लड़की गुस्से में अपना सारा सामान पैक कर घर छोड़ निकल गई.
ऑटो वाले को इस वजह से हुआ शक
इधर जस्सी नामक एक ऑटो ड्राईवर संध्या को बंगला साहिब गुरुद्वारा के पास सवारी का वेट कर रहा था. इसी भी घर से भागी ये 24 वर्षीय लड़की जस्सी के ऑटो में बैठ गई. लड़की के पास दो तीन बैग भी थे. उसने ऑटो वाले से कहा कि किसी अच्छे होटल ले चलो. चुकी लड़की काफी परेशान लग रही थी इसलिए ऑटो वाले को शक हुआ और उसने घुमा फिरा के पूछा कि ‘मैडम होटल में तो आईडी प्रूफ लगेगा. आप के पास हैं क्या?’ इस पर लड़की ने ऑटो वाले को अपना आधार कार्ड बताया. लड़की के आधार कार्ड पर दिल्ली का ही पता लिखा था. इस पर ऑटो वाला सोचने लगा कि भला दिल्ली की रहने वाली लड़की को होटल में रुकने की क्या जरूरत पढ़ गई.
लड़की को बहन बनाकर की मदद
ऑटो वाले ने लड़की से कहा कि आप मेरी छोटी बहन जैसी हैं, इसलिए आपको कुछ भी परेशानी हैं तो मुझे बताइए. इस पर लड़की ने बोला कि वो गुस्से में अपना घर छोड़ आई है. अब फसबूक पर मिले एक दोस्त के यहाँ जा रही हैं. वहीँ उसके साथ रहेगी और नौकरी भी करेगी. ये बात सुन ऑटो वाला समझ गया कि मामला गंभीर हैं और लड़की वहां गई तो कुछ गड़बड़ भी हो सकती हैं. इसलिए उसने अपना ऑटो सीधा संसद मार्ग थाने के भीतर घुसा दिया. यहाँ जाकर उसने पुलिस को सारी बात बताई और लड़की को उन्हें सौप दिया.
काउंसलिंग के बाद मानी युवती
संसद मार्ग थानाध्यक्ष वेद प्रकाश राय ने लड़की की काउंसलिंग की और उसे इस विषय में सोचने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि किस तरह कई बार लोग फेसबुक पर प्यार और नौकरी का झांसा दे लड़कियों को फसाते हैं. इसके बाद युवती के घर वालो को भी वहां बुलाया गया. उन लोगो ने भी युवती को बहुत समझाया. अंत में लड़की अपने परिजनों साथ चली गई.
इसके अगले दिन ऑटो चालक युवती के हालचाल लेने थाने आया. उसे पता चला कि युवती घर वापस चली गई हैं. साथ ही परिजनों का कहना हैं कि अब युवती का व्यवहार भी पहले से सुधर गया हैं. आज एक समझदार ऑटो चालक की वजह से युवती की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई.