सिद्धार्थ शुक्ला के निधन से कांप चुकी हैं देवोलीना भट्टाचार्जी, बोली- “अब मैं बदल गई हूँ और झगडा नहीं करूंगी…”
टीवी और बॉलीवुड सेलेब्रिटी सिद्धार्थ शुक्ला अब हमारे बीच नहीं रहे. उनका निधन 2 सितंबर 2021 की सुबह दिल का दौरा पड़ने से बताया जा रहा है. यह खबर उनकी परिवार के लिए एक गहरा सदमा बनकर सामने आई थी. उनके चाहने वाले अब तक इस बात को मनाने को तैयार नहीं है कि वो इस दुनिया से चल बसे है. बता दे कि सिद्धार्थ ने टीवी में कई हिट सीरियल्स में काम किया है साथ ही वह ‘बिग बाॅस 13’ के विजेता भी रहे है. जब मीडिया में यह खबर आई की उनका निधन हो गया है तब सबने इससे अफवाह मान लिया था. मगर बाद में सच सबके सामने आया. सिद्धार्थ शुक्ला के निधन पर बाॅलीवुड इंडस्ट्री के सितारें भी शॉक है. उनकी उम्र महज 40 साल की थी.
वहीं उनके बिग बाॅस के को-कंटेस्टेंट भी बहुत हैरान है. शो का हिस्सा रह चुकी देवोलीना भट्टाचार्य ने भी शोक व्यक्त किया है. दरअसल देवोलीना सिद्धार्थ संग बिग बॉस में नजर आई थीं. इसके अलावा उनके अफेयर की चर्चा भी काफी सुर्खियों में रही थी. बता दें कि बिग बॉस हाउस में देवोलीना और सिद्धार्थ की बॉन्डिंग काफी अच्छी दिखी थी इसके अलावा शो में अक्सर दोनों लड़ते नजर भी आते थे. लोग इस नोक झोंक को पसंद भी करते थे.
दरअसल एक न्यूज चैनल की बातचीत में देवोलीना ने कहा की “प्लीज मुझसे कोई रिएक्शन की उम्मीद न करें, यह सही वक्त नहीं है. इस वक्त किसी से भी बात करने का मन नहीं है और उससे आखिरी मुलाकात बिग बॉस के वक्त ही हुई थी. कुछ समझ नहीं आ रहा है ऐसा कैसे हो गया. अब मुझसे कुछ कहा नहीं जाएगा, मैं अभी बात करने की स्थिति में नहीं हूं”.
गौरतलब है कि जब देवोलीना ने यह खबर सनी तो उन्हें यह एक अफवाह ही लगी मगर बाद में उन्होंने एक दोस्त से पुष्टि की और फिर यह दुखद समाचार का प्ता लगा. उन्होंने कहा कि सिद्धार्थ और में सेट पर बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे. उन्होंने आगे बताया कि “हालांकि घर से बाहर आने के बाद हम ज्यादा संपर्क में नहीं थे, लेकिन हम कभी-कभी बात करते थे. अब सब टूट गया है. यह वास्तव में एक बुरा दिन था. मेरी प्रार्थना उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ है.’ बता दे कि देवोलीना ने आगे कहा” सिद्धार्थ की मौत ने मुझे हमेशा के लिए बदल दिया है और अब मैं झगड़े झंझट से दूर रहने कि कोशिश करूंगी. सोशल मीडिया पर भी मैं लोगों के नकारात्मक विचारों को जाने दूंगी. हमें जीने की जरूरत है और सकारात्मक बने रहें.’