धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी जैसे बॉलीवुड के दो दिग्गज कलाकारों की बेटी ईशा देओल अपनों प्रोफेशनल लाइफ से अधिक अपनी रियल लाइफ को लेकर चर्चाओं में नजर आती हैं| साल 2002 में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाली ईशा की प्रोफेशनल लाइफ की अगर बात करें तो इनका बॉलीवुड करियर उत अच्छा नही रह पाया और कुछ ही फ़िल्में करने के बाद इन्होने फिल्म जगत से दूरी बना ली| हालाँकि अब भी अक्सर ही इनकी नीजी जिंदगी से जुडी खबरें सामने आती रहती हैं जो के लोगों के बीच बातचीत का विषय बनी रहती हैं|
वैसे तो लम्बे वक्त से फ़िल्मी दुनिया से दूर इशा अपनी जिंदगी का फॅमिली फेज इंजॉय कर रही हैं| पर अगर इनकी जिंदगी से जुडी कुछ बड़ी बातों की कहें तो हम आपको बता दें के ईशा के पिता यानि के धर्मेंद्र नें दो शादियाँ की हैं क्योंकि इनकी दोनों पत्नियां जीवित हैं इसलिए इनकी दो फमिलिज़ भी हैं पर बताते चलें केइनकी दोनों फैम्लीज़ एक दुसरे के टच में रहती हैं|
पर हेमा अपने पति के घर कभी भी नही गयी लेकिन बेटी इशा पिता के घर एक बार गयी हैं जहाँ उनकी मुलाकात धर्मेंद्र की पहली पत्नी से हुई थी| मशहूर लेखक राम कमल मुख़र्जी की किताब ‘हेमा मालिनी : बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ के बारे में तो आपने सुना ही होगा| यह किताब इन्होने हेमा मालिनी पर लिखी है जिसमे इन्होने इनकी जिंदगी के सभी पहलुओं को शामिल किया है|
इसमें राम कमल जी नें लिखा है के हेमा के परिवार से धर्मेंद्र के घर में कदम रखने वाली ईशा पहली थी| ईशा नें धर्मेंद्र के घर जाने का फैसला इसलिए लिया था क्योंकि उन दिनों धर्मेंद्र के भाई और अभय देओल के पिता अजीत सिंह देओल की तबियत थोड़ी गंभीर थी और ऐसे में अपने चाचा से ईशा मिलना चाहती थीं|
ईशा को लेकर बुक में कहा गया है के ईशा अपने चाचा से मिलकर उन्हें रेस्पेक्ट देना चाहती थीं क्योंकि वो उन्हें और उनकी बहन अहाना देओल को काफी अधिक चाहते थे और साथ ही वो अभय देओल से भी काफी क्लोज थीं| ईशा उनसे अस्पताल में ही मिलना चाहती थी पर उसके बाद उन्हें घर ले आया जा चूका था और ऐसे ईशा नें अपने भाई सनी देओल से बात करके धर्मेंद्र के घर जाने और अपने चाचा से मिलने की तयारी कर ली|
और यही जब अपने चाचा से मिलने ईशा अपने पिता के घर पहली बार गयी थी तो उनकी मुलाकात धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से हुई थी| ईशा नें बताया है के उन्होंने प्रकाश के पैर चुकर उनसे आशीर्वाद लिए और फिर बिना कोई बात किये प्रकाश कौर वहां से चली गयीं| पर ईशा की इच्छा पूरी हो गयी क्योंकि उन्हें बीएस अपने चाचा से मिलना था जो के वो कर चुकी थीं|