14 जनवरी को देश भर में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति के पर्व का बहुत महत्व माना गया है। मकर संक्रांति के पावन दिन पर सूर्य देवता की विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक शास्त्रों में इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना शुभ बताया गया है। अगर इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान किया जाए तो इससे सभी पाप धुल जाते हैं और इस दिन दान पुण्य किया जाए तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
ज्योतिष दृष्टि से इस दिन सूर्य देवता मकर राशि में प्रवेश करते हैं जिसका प्रभाव सभी राशियों के साथ-साथ वातावरण पर भी पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे कामों को बताने जा रहे हैं जिनको आप मकर संक्रांति के दिन भूल कर भी मत कीजिए अन्यथा इसकी वजह से जीवन में अशुभ फल मिलने लगेंगे और जीवन की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी न करें ये काम
1. मकर संक्रांति पर अगर आपके घर पर कोई निर्धन व्यक्ति ,साधु, बुजुर्ग आता है तो आप उसका भूल कर भी अपमान ना कीजिए और ना ही उसको अपने घर के द्वार से खाली हाथ जाने दीजिए। आप अपने सामर्थ्य अनुसार उनको कुछ ना कुछ दान कर सकते हैं और उसके बाद सम्मान पूर्वक विदा करें क्योंकि शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति पर दान का बहुत महत्व माना जाता है। अगर आप तिल का कोई भी सामन दान करते हैं तो यह बहुत ही शुभ होता है।
2. मकर संक्रांति के दिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि सुबह उठकर बिस्तर पर ही चाय भूलकर भी ना पियें क्योंकि बहुत से लोगों की आदत होती है कि उनको बिस्तर पर ही चाय पीना पसंद होता है। आपको बता दें कि इस दिन गंगा या फिर किसी अन्य नदी में स्नान और दान करने के पश्चात ही कुछ खाना पीना चाहिए। अगर आप गंगा नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर में ही स्नान करके दान करें उसके बाद ही कुछ सेवन करें।
3. महिलाओं को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि मकर संक्रांति के दिन आप अपने बाल ना धोएं। इसके साथ ही पुण्यकाल में दांत साफ ना करें। इस दिन पौधे की कटाई-छटाई भूल कर भी मत कीजिए।
4. मकर संक्रांति के दिन किसी भी प्रकार की नशीली चीजें जैसे सिगरेट, शराब, गुटका आदि से दूर रहना चाहिए। आप मकर संक्रांति पर तिल और मूंग दाल की खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं। यह बहुत ही अच्छा होता है।
5. मकर संक्रांति के दिन आप प्याज, लहसुन का सेवन मत कीजिए। इसके अलावा मांस-मछली का सेवन भी भूलकर भी ना करें। इस दिन आपको अपनी वाणी पर कंट्रोल रखना होगा। किसी को भी बुरा भला ना कहें और ना ही गुस्सा कीजिए। इस दिन सभी के साथ मधुरता से पेश आना चाहिए।
6. मकर संक्रांति के दिन सूर्य देवता की विधि-विधान पूर्वक पूजा की जाती है। अगर आप चाहते हैं कि सूर्य देवता की कृपा दृष्टि आपके ऊपर हमेशा बनी रहे तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस दिन संध्या काल यानी सूरज ढलने के पश्चात आप अन्न का सेवन मत कीजिए।