जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग देवी-देवता को समर्पित होता है। वहीं शनिवार का दिन भगवान शनि देव को समर्पित है। इस दिन शनिदेव की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव कर्मों के देवता हैं, क्योंकि यह लोगों को कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे काम करता है, तो उसके ऊपर शनिदेव की कृपा दृष्टि बनी रहती है। वहीं बुरे काम करने वाले लोगों को शनि देव बहुत परेशान करते हैं।
अगर किसी व्यक्ति पर शनि की बुरी नजर पड़ जाए, तो उसे कई कष्टों का सामना करना पड़ता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, तो उसके जीवन में कई प्रकार की परेशानियां आती हैं। शास्त्रों में शनि के बुरे प्रभावों से बचने के कई उपायों के बारे में बताया गया है। शनिवार के दिन किए गए कुछ उपाय से शनि की महादशा या शनि दोष से छुटकारा मिलता है। आज हम आपको शनिवार के दिन कौन से उपाय अपनाने से आपको लाभ मिलेगा, इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
शनिवार की रात करें ये उपाय
1. यदि कोई व्यक्ति शनि की महादशा या शनि दोष से परेशान है, तो इसके लिए शनिवार की शाम को सूर्यास्त के पश्चात शनि मंदिर में जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। आप दीपक में काले तिल के कुछ दाने डालना ना भूलें। यदि आप इस साधारण से उपाय को करते हैं, तो इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं और आप शनिदेव की महादशा से बचे रहेंगे।
2. अगर किसी व्यक्ति को अपने जीवन में आ रहे कष्टों से छुटकारा प्राप्त करना है, तो ऐसे में शनिवार को सूर्यास्त के पश्चात पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि पीपल के पेड़ के नीचे आटे का चौमुखी दीपक ही जलाएं, क्योंकि यह बहुत ही लाभकारी होता है।
3. अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इसके लिए शनिवार के दिन कुत्ते की सेवा करें। माना जाता है कि शनिवार के दिन जो लोग कुत्ते की सेवा करते हैं तो इससे शनिदेव प्रसन्न हो जाते हैं। आप शनिवार के दिन काले रंग के कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलाएं। इससे व्यक्ति की कुंडली में मौजूद राहु और केतु दोष भी खत्म हो जाते हैं।
4. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शनि देव को लोबान अत्यधिक प्रिय है। ऐसे में आप शनिवार की रात को घर में लोबान जलाएं। आप लोबान के धुएं को अपने पूरे घर में घुमाएं। ऐसा कहा जाता है कि इसकी धूनी के साथ घर में मौजूद सारी नकारात्मकता बाहर चली जाती है और घर के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
5. शनिवार रात को अनार की कलम से रक्त चन्दन से किसी भोजपत्र पर ‘ॐ ह्वीं’ मंत्र को लिखें और इसकी नित्य पूजा करें। इससे अपार विद्या, बुद्धि की प्राप्ति होती है।
6. शनिवार के दिन शनि ग्रह से संबंधित वस्तुएं जैसे साबुत उड़द, लोहा, तेल, तिल के बीज, काले कपड़े का दान करना चाहिए। इससे शनि का दुष्प्रभाव कम होता है।