इंटर की परीक्षा के दौरान छात्रा को हुआ लेबर पेन, अस्पताल में जुड़वा बच्चों की बन गई मां, परिवार में खुशी का माहौल
मां बनने का सुख क्या होता है यह एक महिला ही समझ सकती है। शादी के बाद हर शादीशुदा जोड़ा यही चाहता है कि उसको जल्द से जल्द संतान सुख की प्राप्ति हो। लेकिन कई मामलों में कुछ लोगों को बहुत जल्द संतान सुख मिल जाता है, तो कुछ लोगों को काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें जीवन भर संतान सुख नहीं मिल पाता है। कहते हैं कि एक महिला को तभी संपूर्ण नारी माना जाता है जब वह एक बच्चे को अपनी कोख से जन्म देती है। 9 महीने तक बच्चे को गर्भ में रखने के चलते भारत देश में औरतों को देवी की तरह पूजा जाता है।
इसी बीच बिहार के बेगूसराय से एक मामला सामने आया है, जहां इंटर की परीक्षा दे रही एक छात्रा को सेंटर पर ही प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसके बाद उसे एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। जहां पर उसने कुछ देर बाद ही जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। इसमें एक लड़का और एक लड़की है। जब छात्रा ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया, तो उसके परिवार में खुशी का माहौल बन गया।
परीक्षा के अंतिम समय में अचानक छात्रा को शुरू हो गई प्रसव पीड़ा
दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं, यह बिहार के बेगूसराय से सामने आया है। आपको बता दें कि बिहार में इंटर की परीक्षा चल रही हैं। इंटर परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को प्रथम पाली में एक छात्रा को परीक्षा के अंतिम समय के दौरान अचानक ही प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। जब बलिया प्रखंड के जीडीआर उच्च विद्यालय में इंटर परीक्षा केंद्र पर परीक्षा के दौरान ही छात्रा निशा कुमारी को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी, तो इसकी सूचना विपक्ष और केंद्र अधीक्षक को दे दी गई।
जुड़वा बच्चों को दिया जन्म
उसकी पीड़ा को देखते हुए विद्यालय के स्कूल के प्रधानाध्यापक-सह-केन्द्राधीक्षक अरविंद कुमार के द्वारा आनन-फानन में पीएचसी बलिया फोन करके एंबुलेंस मंगवाया गया। इसके बाद प्रसव पीड़ा से कराह रही छात्रा को एंबुलेंस के द्वारा परीक्षा केंद्र पर प्रतिनियुक्ति एएनएम के साथ के साथ बलिया पीएचसी भेजा गया, जहां पर परीक्षार्थी निशा कुमारी ने कुछ देर बाद ही जुड़वा बच्चों ( एक लड़का और एक लड़की) को जन्म दिया। निशा कुमारी जुड़वा बच्चों की मां बन गई, जिससे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार के द्वारा ऐसा बताया गया कि परीक्षार्थी छात्रा का सफल प्रसव करा लिया गया है। नवजात शिशुओं का वजन कम होने की वजह से बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय रेफर किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि गर्भवती निशा 1 फरवरी से शुरू हुए इंटर की परीक्षा में शामिल हुई थी। जब गुरुवार को वह पहली पारी में परीक्षा दे रही थी, तो परीक्षा के आखिरी समय में ही अचानक से उसे प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद वह जुड़वा बच्चों की मां बन गई। फिलहाल छात्रा को देर शाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गई। परीक्षा के दौरान जुड़वा बच्चों की मां बनने से परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है और यह मामला हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है।