जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं बिजली हमारे दैनिक जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती और बिजली के बिना जीवन थोड़ा कठिन हो सकता है क्योंकि अब हमें इसकी आदत पड़ चुकी है। विज्ञान ने मनुष्य को बिजली एक वरदान के रूप में दी है। आप ऐसा समझ सकते हैं कि बिजली का आविष्कार करके वैज्ञानिकों ने हम पर बहुत बड़ा एहसान ही किया है। हमारे जीवन में बिजली का बहुत उपयोग है।
अक्सर देखा गया है कि सब बिजली के बिल को लेकर काफी परेशान रहते हैं। अगर आप भी बिजली के बिल से परेशान हैं तो आपका बिल अब 100 रुपए आएगा परंतु आपको इस तरह से बिजली का उपयोग करना होगा। सख्ती के बीच बिजली कंपनी ने अपने सभी उपभोक्ताओं के लिए गृह ज्योति योजना शुरू की है। इसमें कोई दायरा या कैटेगरी को नहीं रखा गया है। इस बार घाटे में रही बिजली कंपनी ने नया फंडा निकाला है, जिसमें जितनी बिजली उतना थीम पर वह कार्य कर रही हैं।
आपको बता दें कि हर उपभोक्ता गृह ज्योति योजना के तहत इसका हकदार होगा परंतु उसके लिए दायरा है कि यदि आप कम और जरूरत के हिसाब से बिजली का उपयोग करते हैं तो इसका आपको निश्चित ही लाभ प्राप्त होगा। इस योजना के तहत देखा जाए तो शुरुआती 100 यूनिट तक का घरेलू बिजली बिल ₹1 प्रति यूनिट के हिसाब से आएगा।
यानी कि अगर 100 यूनिट बिजली की खपत होती है तो ऐसी स्थिति में ₹100 ही आपको भी बिल भरना पड़ेगा। अगर इससे ऊपर 150 यूनिट तक बिल आता है तो ऐसी स्थिति में 100 के ऊपर टैरिफ के अनुसार आपको बिल चुकाना पड़ेगा यानी अधिकतम बिल 300 से 400 हो जाएगा।
अगर बिजली की खपत 150 यूनिट से ऊपर हो जाती है तो ऐसी स्थिति में इस योजना से आप बाहर अपने आप बहार हो जाएंगे यानी कि सीधे शब्दों में कहा जाए तो अगर आप इस योजना का फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बिजली की बचत करनी पड़ेगी। इस योजना में बीपीएल राशन कार्ड या एपीएल सहित अन्य दायरे नहीं रखे गए हैं।
आपको बता दें कि इस योजना का लाभ करीब 90 फ़ीसदी घरेलू उपभोक्ताओं ने प्राप्त भी कर लिया है। बिजली कंपनी के द्वारा ऐसा दावा किया जा रहा है कि उन्हें इसका लाभ मिल चुका है। जो लोग बिजली की बचत कर रहे हैं, उनको इस योजना का लाभ मिल रहा है। हालांकि, गांवों में अधिकतर लोगों के यहां ₹100 का ही बिल आ रहा है। वहीं उनकी खपत भी उतनी ही दर्शाई गई है। अगर हम शहरी क्षेत्रों की बात करें तो यहां पर भी ऐसा ही हाल है। यहां भी योजना के दायरे में 100 यूनिट के अंदर आने वाले उपभोक्ताओं को ही इसका लाभ प्राप्त हो पाएगा।
बिजली कंपनी अधिकारियों ने कहा है कि प्रति 100 यूनिट पर नियमानुसार खर्च अधिक है परंतु बिल का भार मप्र शासन उठाती है। इसकी वास्तविक राशि में से ₹100 उपभोक्ता के लिए जाते हैं बाकी का वहन शासन सब्सिडी के तौर पर करता है। उनका ऐसा कहना है कि ऐसे में प्रदेश और जिले में करोड़ों रुपए की सब्सिडी बिजली कंपनी को शासन द्वारा दी जाती है। हालांकि बिजली सप्लाई के दुरुपयोग को रोकने के लिए ही बिजली बचाओ, फायदा पाओ की तर्ज पर इस योजना को लागू किया गया है।
अगर हम शासन की गृह ज्योति योजना के तहत देखें तो अगर बिजली का बिल 100 यूनिट तक आता है तो ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिलेगा यानी कि सभी कैटेगरी के उपभोक्ता इसका लाभ उठा सकते हैं। आप जितनी बिजली का उपयोग करेंगे, आपसे उतना ही दाम लिया जाएगा। कोई फिक्स या अलग से चार्ज आपसे नहीं वसूले जाएंगे।