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लाखों की नौकरी छोड़ इस सॉफ्टवेर इंजिनियर ने खोल डाली चाय की दुकान…सोशल मीडिया पर हो रहा जमकर वायरल

इन दिनों मध्य प्रदेश की एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसके मुख्य पात्र में एक चायवाला है| जी हां आपको भले ही यह बात सुनकर थोडा अजीब लगा होगा के भला एक चायवाला कैसे खबरों में आ सकता है लेकिन यह घटना बिलकुल सत्य है| आज हम आपको एक इंजिनीयर चायवाले से मिलाने जा रहे हैं| इसके स्टाल की ख़ास बात भी शायद यही है के इसने अपने स्टाल के नाम वाली जगह पर इंजिनियर चायवाला लिखा है और दोनों तरफ कुछ बातें लिखी हैं| ऐसे में इसकी चाय से अधिक स्टाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है|

तो चलिए हम आपको बताते हैं के इनके इस स्टाल में और क्या क्या बातें खास हैं| इन्होने स्टाल पर अपने विचार लिखे हैं जो के इस प्रकार हैं| ‘वैसे तो मैं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और मैंने कई बड़ी कम्पनियों में काम किया है| ऐसी कम्पनियों में पैसे तो मिलते थे लेकिन मन को सुकून नहीं, जिसकी वजह से हमेशा से मैंने एक बिजनेस का सपना देखा था’|

बाते दें के इस स्टाल के मालिक या फिर इस सॉफ्टवेयर इंजिनियर का नाम अंकित नागवंशी है| और उनका कहना बस इतना ही है के वो खुद का एक व्यवसाय करना चाहते हैं जिसमे के उन्हें अंदर से ख़ुशी मिले| उन्हें अधिक पैसों में कोई दिलचस्पी नही है|

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इसके बाद इस इंजिनियर चायवाले से आगे जब इस स्टाल लगाने का कारण पूछा गया तो इसने बताया के उस वक्त की बात है जब ये खुद भी जॉब किया करता था| उस समय वो अक्सर अपने दोस्तों के साथ ऑफिस के बाहर अक्सर ही चाय पीने जाया करता था| ऐसे में कभी उन्हें चाय अच्छी मिलती थी तो कभी नही| और तो और वो चाय वाला कभी कभी उनके ऑफिस में भी आ जाया करता था जहाँ उसकी अच्छी कमाई हो जाती थी|

बातों बातों में इसके बाद उन्होंने बताया के अक्सर एक ही दूकान पर चाय पीते पीते हमारी उस चाय वाले से अच्छी जान पहचान हो गयी थी| ऐसे मे उस चाय वाले नें कहा के हम डेढ़ से दो लाख रूपए तक कम लेते है| अंकित नें इसपर कहा के इस बात को सुनकर मई और मेरे दोस्त सोचने लगे के दिन भर कड़ी मेहनत के बाद भी हम इतना नही कम पाते|

इसके बाद अंकित नें सोचा के इस इनकम तक पहुँचते तो उन्हें काफी वक्त लग जायेगा लिहाज़ा उन्हें खुद का बिजनेस शूरू करने की इच्छा हुई| भले ही वः सिर्फ एक चाय का ही क्यों न हों| काफी हिम्मत करके अंकित नें परिवार के सदस्यों से बात की जिसपर सभी का निर्णय यही था के जो करना सोच कर करना|  लगभग 3 साल तक मैंने निर्णय लेने में लगा दिए जिसके बाद मैंने अपनी जॉब से रिजाइन दे दिया|

अंकित नें युवाओं को लेकर कहा के ये बिलकुल रिस्क फ्री बिजनेस भी है| जिसके बाद उन्होंने सभी युवाओं इ कहा के जो स्किल आपको लगे के आप में अच्छी है आप उसी में आआगे बढे| यह कोई नई स्किल डेवलप करने से बेहतर होगा| साथ ही इन्होने कहा के सवाल उठाने वाले कभी मदद करने नहीं आते|

इसके बाद अंकित से दूकान को लेकर कहा के दिनभर में अब इनकी लगभग 300 से 350 चाय एक दिन में बिक जाती है|

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