मशहूर पंजाबी सिंगर सुरिंदर शिंदा का हुआ निधन, 64 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मशहूर पंजाबी सिंगर सुरिंदर शिंदा (Surinder Shinda Passes Away) अब इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह कर चले गए। सुरिंदर शिंदा का 20 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद 26 जुलाई 2023 को लुधियाना के अस्पताल में निधन हो गया। गायक 64 साल के थे। ऐसा बताया जा रहा है कि सुरिंदर शिंदा पिछले कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था, जिसके बाद गायक सुरिंदर शिंदा को डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा था। मगर बुधवार को सुबह 7:30 बजे पर वह इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ कर चले गए।
प्रसिद्ध पंजाबी गायक सुरिंदर शिंदा का लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से इलाज चल रहा था। मगर तबीयत में सुधार नहीं आया और डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर भी शिफ्ट किया। मगर सिंगर की जान न बच सकी। पंजाबी लोक गायक सुरिंदर शिंदा का बुधवार को निधन हो गया। सुरिंदर शिंदा के निधन से पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी मृत्यु की सूचना मिलते ही कई गण्यमान्य लोग डीएमसी अस्पताल पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ऑपरेशन के बाद हुआ था इन्फेक्शन
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले सुरिंदर शिंदा ने अस्पताल में फूड पाइप का ऑपरेशन करवाया था, जिसके बाद शरीर में इन्फेक्शन बढ़ गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। सुरिंदर शिंदा कई दिन एक निजी अस्पताल में भी वैंटिलेटर पर रहे। तबीयत में कोई ज्यादा सुधार न होता देख परिवार ने डीएमसी अस्पताल शिफ्ट कराया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
सुरिंदर शिंदा के बेटे ने बताया था हेल्थ अपडेट
आपको बता दें कि सुरिंदर शिंदा के बेटे ने करीब 14 दिन पहले उनका हेल्थ अपडेट दिया था। सिंगर को लेकर अफवाह उड़ी थी कि उनका निधन हो गया है। मगर बेटे मनिंदर शिंदा ने बताया था कि यह सब झूठी खबरें हैं। उनके पिता ठीक हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मनिंदर शिंदा ने फेसबुक लाइव के जरिए बताया था कि उनके पिता वेंटिलेटर पर नहीं हैं। कुछ लोग उनके पिता को लेकर झूठी खबरें उड़ा रहे हैं। मगर अब बेटे के सिर से पिता का साया उठ गया है। बुधवार को सुरिंदर शिंदा ने इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ दिया।
सुरिंदर शिंदा के गाने
सुरिंदर शिंदा का जन्म लुधियाना के गांव छोटी अयाली में हुआ था। पिता बचन राम और माता विदेवती के घर संगीत उन्हें विरासत में मिला। जिस वजह से 4 साल की उम्र में ही वह संगीत सीखने लगे। उनका असली नाम सुरिंदर पाल धम्मी है। सुरिंदर शिंदा के गानों की बात करें तो उन्होंने ‘जट जियोना मोर’, ‘पुत्त जट्टन दे’, ‘ट्रक बिलिया’, ‘बलबीरो भाभी’ और ‘काहर सिंह दी मौत’ जैसे शानदार गाने गाए थे जो कि काफी पॉपुलर हुए थे। उनकी पंजाबी गीतों की लिस्ट इतनी लंबी है कि गिनना मुश्किल होगा। पंजाबी गीतों को आवाज देने वाले लोकगायक सुरिंदर शिंदा की रूहानी आवाज सदा के लिए खामोश तो हो गई पर उनकी आवाज हमेशा अमर रहेगी। उनकी मृत्यु की खबर से पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है।