दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है। वहीं देश में कोरोना वायरस के चलते अब तक लाखों लोगों ने अपनी जान गवा दी है। देश में ऑक्सीजन, बेड और इलाज की कमी के चलते कोविड मरीज को हॉस्पिटलों की चक्कर काटने पड़ रहे हैं। वहीं ऑक्सीजन की किल्लत के चलते अभी तक कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। लेकिन पूरे देश में ऑक्सीजन संकट के बीच गोरखपुर के युवा वैज्ञानिक ने ऐसा कमाल कर दिखाया है जिसके तारिफ हर कोई कर रहा है और युवा वैज्ञानिक राहुल सिंह का नवाचार देश के लोगों को बड़ी राहत दे सकता है।
दरअसल गोरखपुर के युवा वैज्ञानिक राहुल सिंह का दावा है कि उन्होंने ऑक्सीजन की जरूरत को महसूस करते हुए ऐसा मास्क बनाया है जो हवा से ऑक्सीजन बनाएगा। इस मास्क का नाम राहुल सिंह ने नेचुरअल ऑक्सीजन मास्क रखा है जिसकी कीमत भी बहुत कम है। राहुल ने बताया कि इस मास्क की कीमत 18 साल तक के बच्चों के लिए 500 रुपये और इससे अधिक उम्र के लिए 800 रुपये होगी।
ऐसे काम करती है डिवाइस़-
वहीं राहुल सिंह का दावा है कि यह मास्क ऑक्सीजन का ठीक लेवल बनाए रखने में भी मदद होगी। वहीं मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के इनोवेशन सेंटर से जुड़े राहुल सिंह बताया कि इस मास्क को बनाने के लिए एक डिवाइस भी बनाया है। इस डिवाइस की मदद से मास्क प्राकृतिक रूप से ऑक्सीजन तैयार कर पाएगा। वहीं राहुल ने ये भी बताया कि डिवाइस के शेप मोबाइल फोन जितनी है जिसे कोई भी अपनी जेब में आसानी से रख सकता है। अगर जब कभी भी ऐसा लगे कि ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है तो इस डिवाइस में लगी बटन को ऑन करके और डिवाइस से जुड़े पाइप की पिन को मास्क में फंसाकर ऑक्सीजन लेवल को गिरने से रोका जा सकता है।
परमिशन मिलते ही बाजार में होगा उपलब्ध-
आपको बता दें कि नेचुरअल ऑक्सीजन मास्क को बनाने वाले वैज्ञानिक राहुल सिंह ने बताया कि इस डिवाइस में उन्होंने एक चिप लगाई है जिससे कहीं भी यह खराब होती है तो इसकी जानकारी उन्हें तत्काल हो जाएगी और घर बैठे ही वह उसे ठीक कर देंगे। राहुल के मुताबिक उनके इस डिवाइस का इस्तेमाल किसी भी मास्क में किया जा सकता है। वहीं आपातकालीन परिस्थितियों को देखते हुए राहुल सिंह चाहते है कि वो अपने इस डिवाइस से ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकें।
वहीं राहुल सिंह ने अपने इस नवाचार को आम जनता तक पहुंचाने के लिए सेंट्रल सेल्स टैक्स (सीएसटी) एवं डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (डीएसटी) के पास आवेदन किया है। अगर इस डिवाइस के लिए राहुल को अनुमति मिलती है तो जल्द ही इसे तैयार किया जाएगा।राहुल सिंह ने बताया कि मौजूदा संसाधन से वो एक दिन के भीतर एक लाख मास्क तैयार कर सकते हैं। अगर स्टाफ बढ़ाया गया तो यह डिवाइस बनाने की गिनती ढाई से तीन लाख हो सकती है। जिसके लिए राहुल सिंह ने पूरी तैयारी की हुई है और अनुमति मिलते ही मास्क बनाकर बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा।
सैनिटाइजर टनल भी बना चुके हैं राहुल
जानकारी के मुताबिक राहुल सिंह ने अब तक 50 से ज्यादा नवाचार कर चुके हैं। राहुल अभी क्लास 12 में हैं। तत्काल में राहुल मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विद्यालय के इनोवेशन सेंटर से जुड़कर कई प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे हैं। बीते वर्ष कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए उनके द्वारा बनाया गया सैनिटाइजर टनल और हैंड सैनिटाइजर मशीन काफी चर्चा में रही थी