हमारे देश में आये दिन किसी न किसी बीमारी की बात होना तो एक आम बात हो गयी है लेकिन इन दिनों एक वायरस बहुत एजी से अपने पैर पसर रहा है वो है केरल से आया हुआ निपाह वायरस जिसके प्रकोप में अब धीरे धीरे पूरा देश आता जा रहा है| आपको बता दे की इसकी शुरुआत सबसे पहले केरल से हुई थी और अब सिर्फ केरल ही नहीं बल्कि पूरा भारत इसकी चपेट में आता जा रहा है। 14 लोगों की जान लेने के बाद भी निपाह भारत के लोगों को किसी भी तरह की कोई राहत नहीं देना चाह रहा है। निपाह का खतरा कम होने की बात कौन करे ये तो बढ़ता ही जा रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की विश्व स्वास्थ्य संगठन के हसाब से निपाह वायरस मुख्यतः चमगादड़ों की वजह से पनपता है। निपाह वायरस को लेकर WHO ने कहा था कि यह चमगादड़ के मलमूत्र और लार से ज्यादा फैलता है। और इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि जिन फलों के पेड़ों पर चमगादड़ अकसर भोजन की तलाश में जाते हैं, उन फलों से निपाह का खतरा सबसे ज्यादा होता है। WHO का दावा है कि यह वायरस चमगादड़ की लार, यूरीन और मलमूत्र से फैलता है। विशेष रूप से यह ग्रेटर इंडियन फ्रूट बैट हैं, जो दक्षिण एशिया में प्रचुर मात्रा में हैं, जिसमें निपाह वायरस होता है
आपको खाने पिने में थोड़ो सावधानी बरतने की जरूरत है बता दें कि निपाह के बढ़ते प्रकोप की वजह से केरल से एक्सपोर्ट होने वाले फलों और सब्जियों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। निश्चित तौर से केरल का एक्सपोर्ट रुकने की वजह से भारत के व्यापार पर भी इसका नकारात्मक असर देखने को मिल रहा है| निपाह के लिए ज़िम्मेदार चमगादड़ ग्रेटर इंडियन फ्रूट बैट हैं। आप को बता दें कि ये चमगादड़ पूरे दक्षिण एशिया में काफी संख्या में पाए जाते हैं। भारत में बढ़ रहे इस निपाह के खतरे को देखते हुए हमारे भारत के देशों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। और केरल से आयात होने वाले फलों और सब्जियों पर बैन लगा दिया है।
खबरों के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने फलों और सब्जियों को बैन करने की जानकारी भारत सरकार को भी दे दी है। इन फलो में मुख्य रूप से आम, केला और अंगूर पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा खजूर के आयात पर भी बैन लगाया गया है। क्योंकि इन फलों से निपाह वायरस के फैलने का खतरा सबसे ज़्यादा हो गया है। इसके साथ ही कई तरह की सब्जियों पर भी बैन लगाया गया है, लेकिन बैन की गई सब्जिय कौन सी हैं यर किसी ओ पता नही है| आपो बता दे की निपाह वायरस की शुरुआत चमगादड़ के कुएं में मिलने के बाद से हुई है। इसलिए अगर आप अपने आसपास चमगादड़ दिखाई देता हैं तो सतर्क हो जाएं।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को भी इस वायरस को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने निपाह को एक उभरती बीमारी का नाम दे चुकी है। WHO के मुताबिक, निपाह वायरस चमगादड़ की एक नस्ल में पाया जाता है। यह वायरस उनमें प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। चमगादड़ जिस फल को खाते है, उनके अपशिष्ट जैसी चीजों के संपर्क में आने पर यह वायरस किसी भी अन्य जीव के अंदर प्रवेश कर जाता है। इसलिए इनसे दूरी बनाकर रखे|