चायवाले की बेटी हुई हेलीकॉप्टर में विदा, साढ़े 7 लाख में करवाया बुक, पिता की इच्छा हुई पूरी

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं शादी का बंधन बहुत पवित्र होता है। ऐसा कहा जाता है कि शादी सात जन्मों का बंधन होता है। हर कोई अपनी शादी को लेकर कई प्रकार के सपने देखता है। दूल्हा और दुल्हन यही चाहते हैं कि उनकी शादी यादगार रहे। लोग अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए नए-नए जतन करते रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं जो मन की इच्छा को पूरी करते हैं। इसी बीच कोटा के इटावा कस्बे की शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है।

दरअसल, कोटा के इटावा में गुरुवार दोपहर को दूल्हा अपनी दुल्हन को लेने के लिए हेलीकॉप्टर में सवार होकर पंहुचा। जैसे ही हेलीकॉप्टर कस्बे में पहुंचा, तो देखने वालों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। दरअसल, दूल्हे के पिता की इच्छा थी कि बेटा बहू को लेने हेलीकॉप्टर से जाए। इसीलिए लाखों रुपए खर्च कर हेलीकॉप्टर बुक करवाया। पिता की इच्छा पर बेटा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लेकर विदा हुआ।

हेलीकॉप्टर में विदा हुई चाय वाले की बेटी

दरअसल कृष्ण मुरारी प्रजापति प्रॉपर्टी डीलर का काम करते हैं। कोटा में मौर्य नगर धर्मपुरा रोड इलाके में रहते हैं। मुरारी के दो बेटे और एक बेटी है। जिनमे से दो की शादी हो चुकी है। सबसे छोटे बेटे सुनील की शादी इटावा निवासी रेखा से हुई है। रेखा बीएड की तैयारी कर रही है। जबकि सुनील MA की पढ़ाई के बाद आईटीआई कर चुका है। अब पिता के साथ प्रॉपर्टी का काम संभालता है। 26 जनवरी के दिन दोनों की शादी हुई थी। ऐसे में बारात कोटा से इटावा के लिए रवाना हुई। दूल्हा हेलीकॉप्टर से पहुंचा।

शुक्रवार की सुबह 11 बजे हेलीकॉप्टर से सुनील अपनी दुल्हन रेखा को लेकर इटावा आस्था कॉलेज पर बने हेलीपैड पर पहुंचा, जहां परिजनों ने विदा किया। आपको बता दें कि रेखा दो भाइयों में इकलौती बहन है। एक भाई दुर्गाशंकर अध्यापक है। दूसरा भाई महावीर रेलवे में है। वहीं रेखा के पिता कैलाश इटावा में खातोली रोड पर चाय की दुकान चलाते हैं।

 

मुरारी ने बताया कि उनके पिता राम गोपाल प्रजापति पीडब्ल्यूडी से रिटायर्ड हैं। बचपन गरीबी में बीता है। वह पिछले 30 साल से प्रॉपर्टी का काम करते हैं। 28 मार्च 2022 को बेटे सुनील की सगाई थी। उसी दिन मन में इच्छा थी कि बेटा हेलीकॉप्टर में बैठकर दुल्हन लेने जाए। इसके लिए उन्होंने दिल्ली में संपर्क किया। साढ़े 7 लाख में हेलीकॉप्टर बुक करवाया। जिला प्रशासन से अनुमति ली गई। प्रशासन ने 26 और 27 जनवरी के लिए अनुमति दे दी।

दादा-दादी को भी बिठाकर लाया दूल्हा

आपको बता दें कि गुरुवार दोपहर 3:00 बजे के करीब हेलीकॉप्टर ने कोटा के गुड़ला से उड़ान भरी और 15 मिनट बाद करीब 3:15 बजे इटावा पहुंच गया। हेलीकॉप्टर में दूल्हे के साथ उसके दादा रामगोपाल, दादी रामभरोसी और 6 साल का भांजा सिद्धार्थ मौजूद रहा। जैसे ही हेलीकॉप्टर इटावा में पहुंचा तो ग्राउंड में लोगों की भारी भीड़ इकट्ठी हो गई। हेलीकॉप्टर कस्बे में कौतूहल का विषय बन गया है। हेलीकॉप्टर दूल्हे को उतार कर चला गया। 27 जनवरी को दूल्हा दुल्हन को लेकर वापस गुड़ला के लिए उड़ान भरा। शादी को लेकर इटावा क्षेत्र में काफी चर्चा रही।