“बहुत पूजा कर ली, अब ऊपर जाकर करना”, गुलशन कुमार पर बंदूक तानकर बोला था शूटर, फिर…
संगीत के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले गुलशन कुमार को इस दुनिया से गए हुए काफी वर्ष बीत चुके हैं परंतु आज भी उनका जीवन कई लोगों के लिए प्रेरणा जनक है। गुलशन कुमार ने अपनी मेहनत के दम पर बहुत कुछ हासिल किया है। गुलशन कुमार एक छोटे परिवार से नाता रखते थे, लेकिन उनकी सोच हमेशा से ही ऊंची रही थी और अपनी इसी सोच के दम पर उन्होंने गानों की दुनिया में एक अलग ही पहचान बनाई थी।
गुलशन कुमार भगवान शिव जी के बड़े भक्त माने जाते थे। टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार ने भगवान शिव जी पर कई एल्बम बनाएं, जो महाशिवरात्रि के शुभ मौके पर सुने जाते रहते हैं। गुलशन कुमार ने भगवान शिव जी के कई मंदिरों का निर्माण करवाया था। उन्होंने नागेश्वर मंदिर का पुनः निर्माण करवाया था। मंदिर के परिसर में एक भव्य ध्यान एवं पद्मासन मुद्रा में शिव प्रतिमा लगवाई थी।
गुलशन कुमार का जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है परंतु उन्होंने अपने जीवन में हर कठिनाई का सामना करते हुए संगीत क्षेत्र में अच्छा नाम कमाया था। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से एक अच्छा खासा मुकाम हासिल किया था परंतु कुछ लोगों को उनकी तरक्की रास नहीं आई थी। हम सभी लोग यह बात तो अच्छी तरह से जानते ही हैं कि गुलशन कुमार की हत्या की गई थी।
5 मई 1956 को नई दिल्ली में जन्मे गुलशन कुमार अब इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए छोड़ कर जा चुके हैं। सालों पहले ही उनका निधन हो गया था। गुलशन कुमार का निधन शिव मंदिर के बाहर हुई थी। दरअसल, गुलशन कुमार हर रोज भगवान शिव जी के मंदिर में जा कर पूजा अर्चना किया करते थे। 12 अगस्त को भी वह रोजाना की तरह अपने घर से भगवान शिव जी की आराधना करने के लिए निकले थे लेकिन उनको क्या मालूम था कि वह दिन उनकी जिंदगी का आखरी दिन होगा।
यह बात 12 अगस्त 1997 की है, जब जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर उनके शरीर को 16 गोलियों से छलनी कर दिया गया था। हालांकि, पुलिस को मुखबिर ने गुलशन कुमार की हत्या की जानकारी दी थी लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया था। गुलशन कुमार रोजाना सुबह घर से निकलने से पहले शिव मंदिर जाते हैं इस बात की जानकारी अबू सलेम को पता थी और इसी दौरान गुलशन कुमार की हत्या की योजना बनाई गई। गुलशन कुमार को उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा गनमैन मिला था लेकिन वह कुछ दिनों से बीमार चल रहा था, जिसके चलते गुलशन कुमार को उस दिन बिना गनमैन के ही मंदिर जाना पड़ा।
गुलशन कुमार ने सुबह ठीक 10:40 बजे पर मंदिर में पूजा पूरी कर ली और जैसे ही वह पूजा खत्म करने के बाद अपनी गाड़ी की तरफ बढ़ रहे थे तो एक लंबे बालों वाला अज्ञात व्यक्ति उनके सामने आकर खड़ा हो गया था और उसने जोर से चिल्लाकर कहा था कि “बहुत पूजा कर ली, अब ऊपर जाकर पूजा करना।” प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, इस बात को बोलते ही उस आदमी ने गुलशन कुमार को पर गोली चला दी। गुलशन कुमार के सिर पर सीधे गोली जाकर लगी।
इसके बाद वही मौजूद और दो अज्ञात लोगों ने उन पर करीब 16 बुलेट की फायरिंग कर दी और उनके शरीर को गोलियों से छलनी कर दिया था। पिछले ही साल मुंबई हाई कोर्ट ने अब्दुल रऊफ मर्चेंट और अब्दुल राशिद को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। वहीं टिप्स इंडस्ट्री के मालिक रमेश तौरानी को मामले में बरी करने का निर्णय बरकरार रखा गया था। बता दें कि मुखबिर ने पहले ही पुलिस को इसकी जानकारी दी थी कि गुलशन कुमार पर खतरा मंडरा रहा है लेकिन इसे गंभीरता से पुलिस ने नहीं लिया था।