अब एपी सिंह को मिला हाथरस केस, निर्भया मामले में भी रहे हैं दोषियों के वकील
यूपी में हाल ही में जो घटना हुई है, उससे पूरा देश शर्मसार है. 19 वर्षीय दलित लड़की की चार लोगों द्वारा बलात्कार के बाद बेरहमी से जान ले ली गई थी जिसके बाद से हर कोई सरकार से पीड़िता के लिए मदद की गुहार लगा रहा है. वहीं अब यह मुद्दा राजनीति दांव-पेंचों में भी उलझता दिखाई दे रहा है. सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश में जातीय दंगे करवाने के लिए विदेशी फंडिंग का इंतज़ाम किया जा रहा है. जहाँ एक तरफ दलित वर्ग घटना के बाद से लामबंद है, वहीं दूसरी तरफ कुछ संगठन दोषियों की पैरवी करते भी दिखाई दे रहे हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब हाथरस दलित गैंगरेप मामले में नया मोड़ आ गया है. खबरों की माने तो अब अखिल भारतीय क्षत्रिय सभा द्वारा दोषियों के केस लड़ने के लिए एपी सिंह को बतौर वकील नियुक्त किया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले एपी सिंह निर्भया केस में भी बलात्कारियों के लिए केस लड़ रहे थे. ऐसे में देखा जाए तो वह कोई मामूली वकील नही है.
मिली जानकारी के मुताबिक एपी सिंह की केस लड़ने के पीछे की वजह पूर्व मंत्री रहे राजा मानवेंद्र सिंह है. उन्होंने ही इस केस के आरोपियों का जिम्मा एपी सिंह को सौंपा है. इसके लिए मानवेंद्र सिंह ने एक नोटिस जारी करके कहा है कि अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा एपी सिंह को फीस देने के लिए पैसे इकट्ठा करने में जुट गई है.
मानवेंद्र द्वारा जारी किए गए पत्र में साफ तौर पर लिखा गया है कि हाथरस केस में एसटी-एससी एक्ट के गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और स्वर्ण समाज को बदनाम किया जा रहा है. इसलिए मामले की तय तक पहुंचने के लिए आरोपी पक्ष का केस लड़ने का जिम्मा एपी सिंह को सौंपा जा रहा है. इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. वहीं सूत्रों के अनुसार हाथरस गैंगरेप में दोषियों के परिवार का भी यही कहना है कि उनके बच्चों का केस एपी सिंह हैंडल करें.
जानकारी के लिए बता दें कि हाथरस में हाल ही में एक लड़की के साथ चार लोगों द्वारा दुष्कर्म अंजाम दिया गया था. रिपोर्ट्स के अनुसार दलित लड़की की उम्र 19 वर्ष थी. बलात्कार के बाद उसकी जीब काट कर उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई थी. इसके बाद भी जब दरिंदों का मन नहीं भरा तो उन्होंने उसे जान से मार दिया. पूरा देश इन आरोपियों के लिए फांसी की सजा की गुहार लगा रहा है. अब देखना यह होगा कि एपी सिंह के केस को हाथ में लेने से क्या रुख लिया जाता है.