हेमा ने धर्मेंद्र संग अपने रिश्ते को लेकर कह दी बड़ी बात, बोली- ‘हमे कभी साथ रहने को नहीं मिल पाया…’
बाॅलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता धर्मेन्द्र और अभिनेत्री हेमा मालिनी से तो आप सभी अवश्य परिचित होंगे. इनकी लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही. बाॅलीवुड के चर्चित कपल्स में इन दोनों का नाम जरूर आता है. अपने फैन्स को इन्होंने हमेशा से ही कपल गोल्स देते रहे हैं. हालाँकि हेमा मालिनी धर्मेन्द्र की दूसरी पत्नी है लेकिन इसके बावजूद दोनों के बीच प्यार की कमी नहीं थी. लेकिन कुछ बातें जो दर्शकों से छिपी रहती है वैसी ही एक बात आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
दरअसल कुछ ही समय पहले एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने अपना 72वां जन्मदिन मनाया था. इस खास और खुशी के मौके पर एक्ट्रेस को हर तरफ से ढेर सारी शुभकामनाएं मिलीं थी. बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल को चाहने वालों की कमी नहीं रही है और धर्मेंद्र के साथ उनकी जोड़ी की भी अपनी अलग फैन फॉलोइंग रही है. ऑन स्क्रीन हो या फिर ऑफ स्क्रीन इस जोड़ी को हमेशा से पसंद किया जाता रहा है. हाल ही में एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू के दौरान धर्मेंद्र संग अपनी बॉन्डिंग के बारे में बताया है जिसे जान कर फैन्स भी अचंभित हैं.
आपको बता दें कि हेमा मालिनी से पूछा गया था कि अगर वे अपने जीवन की किसी चीज को बदलना चाहेंगी तो वो क्या हो सकती है? जवाब में हेमा ने इसपर कहा कि- मुझे नहीं लगता है कि मुझे कुछ भी बदलने की जरूरत है. एक समय ऐसा था जब मुझे धर्मेंद्र जी के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिलता था. मगर कोई नहीं. जितना भी समय मुझे मिला वो बहुमूल्य था. मगर मैं ज्यादा फिजूल की बातें नहीं करती हूँ. अपनों के साथ मुझे जितना भी वक्त मिलता है उसे गंवाती नहीं हूं बल्कि उसे एन्जॉय करती हूं. मुझे अपनों के साथ वक्त बिताना बेहद अच्छा लगता है.
फीमेल सुपरस्टार की बात पर था ये रिएक्शन
सच में क्या मैं महिला सुपरस्टार थी? के सवाल पर रिएक्ट करते हुए हेमा ने कहा था- मुझे नहीं पता. मैंने कभी भी अपने करियर का आंंकलन नहीं किया है. सच पूछिए तो इसके लिए मुझे मौका भी नहीं मिला है. मैं क्या थी, मैं कितनी कामयाब रही हूँ , क्या मैं अपने साथियों से ज्यादा कमाती थी इस तरह की बातें मैंने कभी नहीं सोचीं है. मेरी लिए इन चीजों के मायने कभी नहीं रहे हैं. मेरी मां ने मेरा करियर संभाला और संवारा और मैं बस अपने काम में बिजी रहती थी. मैंने किसी और चीज की परवाह ही नहीं की. खास कर इन सब चीजों को सोचने की.