क्या मैदे से ज्यादा हेल्दी है सूजी? यदि हां, तो जानिए इसके फायदों और नुकसानों की लिस्ट
सूजी के बारे में हमने जरूर सुना होगा और उसका हलवा भी खाया होगा लेकिन सूजी कैसे बनता है और इसके बारे में हम शायद ही जानते होंगे. आज हम आपके लिए सूजी बनने की प्रक्रिया और इसके फायदे नुकसान बताने जा रहे हैं.
कैसे तैयार होता है सूजी?
आपको बता दें कि सूजी बनाने के लिए दुरुम गेहूं का यूज होता है. गेंहू से सूजी तैयार करने के लिए इसे अच्छी तरह साफ करते हैं इसके बाद मशीनों की मदद से गेंहू के ऊपरी छिलके को निकालते हैं भ इसके बाद गेंहू के सफेद भाग को मशीनों की मदद से दानेदार रूप में पीसते हैं गेंहू से तैयार इन दानों को सूजी के रूप में उपयोग होता है हालांकि, गेंहू की तुलना में सूजी कम पौष्टिक होते हैं। क्योंकि गेंहू के छिलके में पोषक तत्व रहते है, जिसे सूजी तैयार करते समय हटा देते हैं.
क्या मैदे की तुलना में सूजी है फायदेमंद?
दरअसल नोएडा स्थित डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटिशियन कामिनी कुमारी के मुताबिक, मैदा तैयार करने के लिए गेहूं के ऊपरी भाग के साथ-साथ इनर जर्म को हटा देते है और रिफाइनिंग प्रोसेस से गुजरता है इससे मैदे में सभी जरूरी न्यूट्रीएंट्स कम होते है ऐसे में मैदे की तुलना में सूजी हमारे सेहत के लिए अधिक पोषक होते हैं.
सूजी में मौजूद पोषक तत्व
वहीं डायटीशियन कामिनी ने बताया कि सूजी में वे सभी पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे सेहत के लिए फायदेमंद है. सूजी वसा, प्रोटीन, विटामिन ए, थायमिन या विटामिन B1, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, राइबोफ्लेविन B2, विटामिन B6, नियासिन B3, फोलेट B9, विटामिन सी और विटामिन B12 से पूर्ण है. वहीं इसमें फास्फोरस, पोटेशियम, जस्ता, आयरन और कैल्शियम की मात्रा हैं.
मधुमेह को करे कंट्रोल
दरअसल इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा बहुत ही कम होती है. जिसके कारण सफेद आटे की तुलना में सूजी पेट के लिए अच्छा होता है. यह पेट और आंतों में धीमी गति से पचता है और उन्हें पूर्ण रूप से अवशोषित करता है. इस कारण से शरीर में मौजूद शर्करा का स्तर कंट्रोल रहता है. सूजी सेवन से डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर का स्तर तेजी से कम हो जाता है.
वजन कम करने में कारगर
बता दें सूजी के सेवन से आपका वजन तेजी से कंट्रोल हो सकता है क्योंकि यह अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में धीमी गति से पचता है. इसके सेवन से लंबे समय तक भूख नहीं लगेगी ऐसे में ओवर ईटिंग की परेशानी से हम बच सकते हैं और आपका वजन कम हो सकता है.
कब्ज की परेशानी करे दूर
दरअसल सूजी में फाइबर होता है, जो पाचनतंत्र को दुरुस्त करता है. इसके सेवन से कब्ज और पेट की समस्याओं से राहत मिलती है. अगर आपको पेट से जुड़ी कोई परेशानी हैं, तो सूजी का सेवन कर सकते हैं.
एनर्जी को बढ़ाए सूजी
वहीं इसके सेवन से शरीर को उर्जा मिलती है. इसके सेवन से आपको इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। सूजी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक रहती है. सूजी के सेवन से आपके शरीर का उर्जा स्तर उच्च बना रहता है.
सूजी खाने के नुकसान
बता दें जिन लोगों को सूजी से एलर्जी होती है, उन्हें सूजी नहीं खानी चाहिए क्योंकि सूजी भी गेंहू से बनती है.
वहीं नाक का बहना, झींक, पेट में ऐंठन, उल्टी और मतली की समस्या होने पर सूजी का सेवन न करें
सांस संबंधी समस्या होने पर सूजी का सेवन न करें
दस्त जैसी परेशानी होने पर सूजी का यूज अधिक न करें.
विशेष तरह की दवाईयों का सेवन करने पर सूजी नहीं खानी चाहिए.