यदि किस्मत के साथ-साथ आप मेहनत पर भी विश्वास रखें तो निश्चय ही आप 1 दिन सफलता को प्राप्त कर लोगे. क्योंकि मेहनत सफलता की कुंजी है. आपको अपनी जिंदगी में ऊपर बढ़ना है तो आप को कठोर मेहनत करनी पड़ेगी. आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के जरिए एक ऐसे ही इंसान की कहानी सुनाने जा रहे हैं. जिसने चाय की दुकान से अपना कारोबार शुरू कर आज करोड़ों का बिजनेस स्थापित कर दिया है. लेकिन भारत तो वह देश है जिसमें चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो एक चाय बेचने वाला करोड़पति बिजनेसमैन क्यों नहीं बन सकता. यही बात प्रफ्फुल नाम के एक इंसान ने सच करके दिखाई है. आज हम आपको एक ऐसे ही चाय वाले की कहानी सुनाने जा रहै हैं जो महज 4 साल में करोड़पति बन गया तो चलिए जानते हैं.
कभी नही मानी हार
जानकारी के लिए बता दे चाय बेचने वाले इस इंसान का नाम प्रफ्फुल. जो कि अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने में असफल रहा और जिसके बाद अपनी जिंदगी से काफी ज्यादा निराश हो गया. जिसके चलते उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. जिसके बाद कुछ समय तक इस व्यक्ति ने डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम किया लेकिन वह अपनी इस नौकरी से भी ज्यादा खुश नहीं था. कि वह अपना खुद का कुछ काम करना चाहता था जिसके बाद उसने चाय बेचना शुरू कर दिया. गौरतलब है कि उस समय प्रफुल्ल के पास कोई अन्य बिजनेस शुरू करने के लिए पैसे नहीं थे. उन्होंने अपने परिवार से ₹8000 उधार लेकर चाय बेचने का काम शुरू किया.
चाय बेचने वाला बन गया ब्रांड
बताते चले कि शायद आपने इस चाय बेचने वाले का नाम कई बार सोशल मीडिया पर सुना हो. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शुरू में प्रफुल्ल का चाय बेचने का बिजनेस बिल्कुल भी नहीं चला. लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने खुद लोगों तक अपनी चाय पहुंचाना शुरू कर दिया और वह लोगों से इंग्लिश में बात करने लगे जिसके बाद उनके ग्राहक बढ़ गए और उनकी दिन में हजारों रुपए की कमाई होने लगी. इसके साथ ही उन्होंने शादियों में भी चाय बनाने का काम करना शुरू कर दिया और वह है चाय बेचने के साथ-साथ अपनी टपरी पर एक माइक और म्यूजिक सिस्टम भी लगवा दिया. यही नहीं उन्होंने वैलेंटाइन डे के दिन सिंगल लड़कों को फ्री में चाय पिलाई पिलाई जिसके चलते वह खूब सुर्खियों का विषय भी बने.
दुकान का नाम रखा ‘एमबीए चायवाला’
जानकारी के लिए बता दे प्रफुल्ल ने अपनी दुकान का नाम एमबीए चायवाला रखा उनकी दुकान के इस नाम से उनके ग्राहक काफी ज्यादा प्रभावित हुए. अपनी दुकान का नाम ऐसा रखने के पीछे प्रफुल्ल का कहना है कि पहले उन्होंने अपनी दुकान का नाम मिस्टर अहमदाबाद चायवाला रखा था. जिस के लोग शॉर्ट फॉर्म में एमबीए चायवाला बुलाने लगे और यह नाम उनके सभी ग्राहकों की जुबान पर आ गया यही कारण है कि बाद में उन्होंने अपनी दुकान का नाम एमबीए चायवाला रख दिया. आज प्रफुल्ल कि पूरे देश में लगभग 11 चाय की ब्रांच है और वह एक मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी काम करते हैं. इतना ही नहीं यह कई कॉलेज में लेक्चर भी दे चुके हैं और आप सफलता की बुलंदियों को छू करोड़ों रुपए की कमाई कर रही हैं.