आज के मॉडर्न युग में आदमी तनावपूर्ण जिंदगी जीने को मजबूर है. दिनभर की भाग-दौड़ और फिर थकान इतनी हो जाती है कि कोई भी परिवार में बैठ कर दो पल हंस नहीं सकता. क्यूंकि समय की कमी के कारण अब कोई एकदूसरे के साथ चाह कर भी वक़्त नहीं बिता पाता. ऐसे में किसी का भी डिप्रेशन में जाना आम बात है. बहुत से लोग डिप्रेस्ड हो कर अपनी जान देने को उतारू हो जाते हैं. ऐसे में हम इस खास पोस्ट में हम आपके लिए कुछ मजेदार हिंदी जोक्स ले कर आए हैं, जिन्हें पढ़ने से आप अपना स्ट्रेस भूल जाएंगे और हँसते-हँसते लोटपोट हो जाएंगे. यकीन नहीं आता तो एक बार खुद ही पढ़ लीजिए, हम आपको गारंटी देते हैं कि आप अपनी हंसी पर काबू नहीं रख पाएंगे.
तो चलिए आपका अधिक समय जाया नहीं करते हुए आपको दिखाते हैं कुछ ऐसे बेहतरीन व फनी जोक्स जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब तेज़ी से वायरल हो रहे हैं और करोड़ों लोगों की स्ट्रेस भगाने के काम आ रहे हैं:
लॉयर ने सुंदर लड़की से पुछा: परसों रात तुम कहा थी?
लड़की: मैं अपने पड़ोसी के साथ रेस्टोरेंट गई हुई थी.
लॉयर ने दूसरा सवाल पुछा: ठीक है तो कल रात?
लड़की: मेरे दुसरे पडोसी के साथ रेस्टोरेंट थी.
लॉयर ने धीरे से पुछा: आज का क्या प्रोग्राम है फिर?
दूसरा लॉयर चिल्लाते हुए बोला: ऑब्जेक्शन माय लार्ड! यह सवाल मैं इनसे पहले ही कर चुका हूँ…!!
एक दिन हमारा संता बंता जी को कहानी सुना रहा था…
संता: एक सास अपने 3 दामादों का प्यार टेस्ट करने के लिए एक दरिया में कूद गई.
उसके पहले दामाद ने उसको जा कर बचा लिया तो सास ने खुश हो कर उसे मारुती कार गिफ्ट में दे दी.
दुसरे दिन उसने फिर से दरिया में कूद कर टेस्ट किया तो इस बार दुसरे दामाद ने उसको बचा लिया. सास ने एक बार फिर से ख़ुशी ख़ुशी दुसरे दामाद को बाइक दे दी.
तीसरे दिन फिर से सास ने ऐसा ही किया और दरिया में कूद गई लेकिन इस बार तीसरे दामाद को पता था कि, अबकी बार केवल साइकिल ही बची है और ऐसे दरिया में कूदना बेवकूफी है.
सास डूब गई लेकिन अगले ही दिन उसको मर्सडीज कार गिफ्ट में मिली.
बंता हैरानी से: वो क्यों और कैसे?
संता: वो उसे ससुर ने खुश हो कर गिफ्ट कर दी थी.
एक गाँव में एक बूढी औरत रहती थी जो अक्सर एक बस कंडक्टर को
खाने के लिए काजू और बादाम दिया करती थी.
एक दिन कंडक्टर ने आखिरकार पूछ ही लिया: माता जी,
आप बहुत अच्छी और भोली हैं मुझे रोज़ काजू-बादाम देती हैं लेकिन
कभी खुद इन्हें नहीं खाती
बूढी औरत ने मुस्कुरा कर कहा: हाँ बेटा, वो इसलिए क्यूंकि मेरे दांत नहीं हैं
कंडक्टर बोला: तो फिर माँ जी आप इन्हें खरीदती ही क्यों हैं?
बूढ़ी औरत: मुझे इनके ऊपर लगी चॉकलेट बहुत पसंद है बेटा.
संता बंता से: डीयर तुम खाना खाओगे?
बंता जवाब देते हुए: आज कुछ खास बना है क्या?
संता: हाँ…हमने आज बकरे की जुबान पकाई है.
बंता: मगर मैं मुंह से निकली चीजें नहीं खाता.
संता: अच्छा! फिर अंडे बना दूँ?