छोटे टैंक में मोती पालन का तरीका है बेहद आसान, जान लीजिए किसान जितेंद्र चौधरी के ये टिप्स
जितेन्द्र चौधरी नाम के एक साधारण व्यक्ति ने एक असाधारण काम कर दिखाया है. जितेन्द्र ने यूं तो कंप्यूटर में मास्टर्स किया है मगर वो किसानी करते है. देश के लिए गर्व की बात है कि वो साग सब्जी लगाने के अलावा मोती पालन का गुण सीख चुके है और खूब तरक्की कर रहे है. गाजियाबाद के मुरादनगर में खुरमपुर गाँव के रहने वाले जितेंद्र चौधरी, अपने घर में ही व्यावसायिक स्तर पर मोती पालन कर रहे हैं.
‘रिसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम’( RAS) में मछलियों के टैंक के पानी को फिल्टर किया जाता है ताकि इसे टैंक में फिर से इस्तेमाल किया जा सके. वह कहते हैं, “मोती पालन में सबसे बड़ी समस्या होती है कचरा प्रबंधन और अमोनिया विषक्तता. लेकिन अगर RAS तरीका इस्तेमाल किया जाये तो आपको यह समस्या नहीं आएगी.” यह तरीका दुनियाभर में अपनाया जा रहा है और यह तालाब या अन्य तरह के टैंकों में मोती पालन करने से बेहतर है.
जितेंद्र कहते हैं, जिस तालाब में मोती पालन किया जा रहा है, वह कम से कम छह महीने पुराना जरूर होना चाहिये. वह बताते हैं कि उन्होंने कुछ शोध ऑनलाइन किया और फिर इस प्रकिया को अच्छी तरह से समझने के लिए, ओडिशा के ‘सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर’ (CIFA) में एक कोर्स के लिए पंजीकरण किया.
बता दे एक सामान्य आकार की सीपी के दोनों खोल में 14-14 मोती हो सकते हैं. वह बताते हैं, “हमेशा किसी अच्छी और जानी-मानी जगह से ही सीपियां खरीदें और जब आपको लगे कि इसमें सीपियां बिल्कुल ठीक हैं तो फिर इन्हें फिश टैंक में रख दें. इसके बाद, सीपियों की गुणवत्ता जांच करे अगर सीपियां पहले से ही अच्छी गुणवत्ता की हैं तो 20 दिनों बाद इनमें से मोती निकाले जा सकते हैं.”
हालांकि अगर आप घर में एक साधारण सेटअप करना चाहते हैं तो दो फिश टैंक से शुरुआत कर सकते हैं. इन दोनों टैंकों को एक-दूसरे के ऊपर रखना पड़ता है. आपको ऊपर वाले टैंक में छेद करना होता है. टैंक में एक पाइप भी लगाया जाता है, जो पानी की मात्रा अधिक होने पर इसे बाहर निकालता है.
फिर टैंकों में एक ‘एयर पंप’ और एक ‘वेंचुरी पंप’ लगाया जाता है. ये पंप पानी के बहाव को नियंत्रित करते हैं तथा पानी के तापमान को नियंत्रित करने के लिए भी एक पंप लगाया जाता है. जब सभी कल-पुर्जे ठीक से लग जाएं तो सिस्टम को लगातार सात दिनों तक, कुछ घंटों के लिए सुबह और शाम में चलाया जाना चाहिए. इस आकार के सेटअप में, एक टैंक में 50 सीपियां रखी जा सकतीं हैं. वह कहते हैं इससे आप हर बार अपने निवेश की लागत का पांच गुना कमा सकते हैं.