चलती ट्रेन में लड़ पड़े पति-पत्नी, फिर कुछ ऐसा हुआ कि पुलिस को करना पड़ा हस्ताक्षेप
हमारे मन में कई बार पुलिस का नाम सुनकर नकारात्मक खयाल ही आते है. अक्सर पुलिस विभाग को झगड़े ओर दंगे फसाद से ही जोड़ा जाता है. टीवी शो ओर फिल्म्स ने हमें पुलिस की नकारात्मक छवि के प्रभाव के लिए भी योगदान दिया है. मगर आज हम आपको एक किस्सा बताने जा रहे है जो सुनकर आप पुलिस ओर सुरक्षा विभागों पर दोबारा विश्वास करने लगेंगे. यह पूरा किस्सा राजस्थान का है. आइए जाने क्या है पूरी खबर.
दरअसल एक दंपति राजस्थान के बल्लभगढ़ कोटा से बिहार छपरा के लिए निकले ट्रेन पकड़ कर जा रहा था. वहीं पति पत्नी के बीच ट्रेन में कुछ नोक झोंक हो गई. मुद्दा कुछ ज़्यादा बड़ा नहीं था मगर पति पत्नी एक दूसरे से गुस्सा हो गए थे. परिणाम स्वरूप उनके बीच लड़ाई हो गई और पत्नी बीच स्टेशन पर उतर गई. इस बात की खबर शायद पति को ना चली. वह महिला स्टेशन पर ही इधर उधर टहलने लगी. महिला को देखते ही कुछ पुलिस वाले उस महिला के पास गए और पूछताछ करने लगे. टहल रही महिला से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने आपबीती सुनाई. वह बोली पति से झगड़ा होने के बाद स्टेशन पर उतर गई. महिला से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने परिजनों को जानकारी दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे परिजन की महिला डेस्क ने काउंसलिंग की और समझा-बुझाकर सभी को रवाना किया.
बता दे कि उन्नाव जंक्शन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर एक महिला से पूछताछ की गई थी. वह इधर-उधर घूम रही थी इसीलिए शक के आधार पर पुलिस ने महिला से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान महिला ने पूरा सहयोग दिया. महिला ने अपना नाम सुनीता शर्मा पत्नी दीपक शर्मा निवासी राजीव गांधी कच्ची बस्ती गुमनपुरा रोझाला थाना बल्लभगढ़ कोटा राजस्थान बताया. पुलिस के अनुसार सुनीता ने बताया कि वह 03238 कोटा पटना से छपरा बिहार जा रहे थे और रस्ते में ही पति से झगड़ा होने के बाद उसने यह उतरने का निर्णय लिया.
वहीं जिस पुलिस महिला कांस्टेबल ने मामले को संभाला उसकी जमकर तारीफ की जा रही है. कांस्टेबल गुंजन मिश्रा ने सुनीता से पूछताछ की और उन्होंने पति को मोबाइल पर सूचना देकर जीआरपी उन्नाव शीघ्र बुलाया. सूचना पाकर रेलवे स्टेशन पहुंचे दीपक शर्मा और उनकी मां लीलावती देवी से भी पुलिस ने पूछताछ की. महिला कांस्टेबल गुंजन मिश्रा ने सुनीता के साथ पति और उसके उसकी सास को समझा-बुझाकर नियमानुसार महिला को पति व सास के सुपुर्द देकर रवाना किया. जीआरपी द्वारा इस मामले को संभालने की वजह से लोग उनकी प्रशंसा कर रहे है.