मां के बारे में IAS ने बताई ऐसी दिलचस्प बात, जिसे पढ़ते ही हर कोई हो जा रहा भावुक, पढ़े पूरा पोस्ट
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, अब सोशल मीडिया और स्मार्टफोन का दौर है। अगर हम पहले के समय की बात करें, तो पुराने समय में लोग परिवार में एक साथ बैठकर हंसी मजाक और बातें किया करते थे लेकिन मौजूदा समय में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अब तो समय ऐसा आ गया है कि सभी का परिवार एक ही कमरे में बैठकर भी किसी से बात नहीं करता। हर कोई अपने स्मार्टफोन में ही व्यस्त रहता है। हर कोई सोशल मीडिया पर बिजी रहता है।
इतना ही नहीं बल्कि आजकल तो मम्मी-पापा के पास भी अपने बच्चों के लिए बिल्कुल भी समय नहीं है क्योंकि वह खुद भी अपने मोबाइल में सारा वक्त व्यस्त रहते हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक कागज का पन्ना काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मां के बारे में लिखा गया है, जो आज के जमाने से बिल्कुल अलग है। मां के बारे में इसमें लिखा गया है कि जिसे ना तो स्मार्टफोन चलाना आता है और ना ही सेल्फी लेना, लेकिन उनकी मासूमियत के बारे में पढ़कर आप भी भावुक हो जाएंगे।
आईएएस अधिकारी का वायरल हुआ ट्वीट
दरअसल, आईएएस अधिकारी अर्पित वर्मा ने कागज के इस पन्ने को ट्विटर पर साझा किया था, जिसके बाद यह काफी तेजी से वायरल हो रहा है। आप इस फोटो में देख सकते हैं कि मां के बारे में दिल छू लेने वाली कुछ लाइनें लिखी हुई हैं। आईएएस अर्पित वर्मा ने इसे ट्विटर पर शेयर करते हुए यह लिखा है कि “हम वो आखिरी पीढ़ी है जिनके पास ऐसी मासूम मां है जिनका ना कोई सोशल मीडिया पर अकाउंट है, ना फोटो, ना सेल्फी का शौक है।
उन्हें यह भी नहीं पता कि स्मार्ट फोन का लॉक कैसे खुलता है। जिनको ना अपनी जन्मतिथि का पता है। उन्होंने बहुत कम सुविधाओं में अपना जीवन बिताया है। बिना किसी शिकायत के। जी हां, हम वो आखिरी पीढ़ी के हैं, जिनके पास वो ऐसी मां है।”
यूजर्स दे रहे कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं
इस पन्ने को पढ़ने के बाद ज्यादातर लोग सहमति जताएंगे कि आज के दौर की मां शायद भी भविष्य में कभी मिले। इंटरनेट पर वायरल होने वाले इस पोस्ट को 9000 से ज्यादा लोगों द्वारा लाइक किया जा चुका है। वहीं इस पोस्ट को लोग खूब रीट्वीट भी कर रहे हैं। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद लोग अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। एक यूजर ने यह लिखा है कि “मेरी माँ ऐसी ही माँ है। इन्हें तो अब अपने बच्चों के नाम भी याद नहीं।”
वहीं एक अन्य यूजर ने इस पोस्ट को पढ़ने के बाद यह लिखा है कि “आपकी एक एक बात सही है… हम सही में वो आखिरी पीढ़ी है।”
वहीं एक और यूजर ने यह लिखा है कि “तो क्या मां ऐसी ही होनी चाहिए, जो दूसरों के लिए ही जीती थी। अपना बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखती थी। Tech सीख ली, सोशल हो गई तो क्या मां बदल गई। अपने लिए लड़ना सीख गई तो क्या गलत हो गई। समय के साथ बदलना जरूरी है। othrwis u wil becm redundnt. She is a human 2.”
एक और यूजर ने यह लिखा है कि “माँ की सादगी सरलता उनकी तपस्या हे जिस के फल स्वरुप आप आईएएस बने सके आडम्बर दिखावा पतन का द्वार हे जो माँ ने हमेंशा बंद रखा जिस दिन द्वार खुल गए धीरे धीरे उसका परिणाम बदल जायेगा।”